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Last Modified: नई दिल्ली , शनिवार, 11 फ़रवरी 2017 (08:18 IST)

नोटबंदी पर नीतीश का यू-टर्न, सरकार की आलोचना की

नोटबंदी पर नीतीश का यू-टर्न, सरकार की आलोचना की - Nitish Kumar attacks Modi government on Demonetisation
नई दिल्ली। अभी तक नोटबंदी पर खुलकर मोदी सरकार का समर्थन करने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र के इस फैसले पर सवाल उठाते हुए पहली बार इसका विरोध किया है।
 
नीतीश ने एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम के तहत यूटर्न लेते हुए नोटबंदी के लिए केन्द्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार को आड़े हाथ लेते हुये आज कहा कि 'कैशलैस सोसाइटी' के विचार को प्रचारित करने का प्रयास करना गलत है। जद (यू) के अध्यक्ष श्री कुमार ने इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विमुद्रीकरण के निर्णय का समर्थन किया था।
 
पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम की किताब 'फीयरलेस इन अपोजिशन' के विमोचन के मौके पर उन्होंने केन्द्र सरकार के इस फैसले का जमकर विरोध किया। उन्होंने कहा कि विश्व में कहीं भी कैशलेस की अर्थव्यवस्था काम नहीं कर रही है। ऐसे में भारत जैसे देश में यह काम नहीं कर सकता है।
 
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बयान (नोटबंदी सदियों तक याद रखने वाला कुप्रबंधन) का समर्थन करते हुए श्री कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार बताए कि नोटबंदी से क्या फायदा हुआ है। उन्होंने सरकार से पूछा जब विश्व में कहीं भी कैशलेस अर्थव्यवस्था काम नहीं कर रही है तो भारत में यह कैसे संभव है।
 
जदयू के सांसद जब लगातार नोटबंदी का विरोध कर रहे थे तो उस समय इसे मोदी सरकार का साहसिक फैसला बताने वाले श्री कुमार ने केंद्र सरकार पर मुद्दों को भटकाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार कहती है कि अगले पांच साल में हम किसानों की आमदनी दोगुनी कर देंगे लेकिन जब वो पांच साल तक यहां सत्ता में रहेंगे ही नहीं तो कैसे करेंगे।
 
इस मौके पर कार्यक्रम में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल तथा मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी के अलावा विभिन्न पार्टियों के नेता शामिल हुए। कुमार और येचुरी ने विपक्ष की एकता पर जोर दिया और कई कार्यक्रम एवं नीतियां बनाने का सुझाव दिया। (वार्ता) 
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