मोदी का 'चुनावी विस्तार', सर्वाधिक मंत्री यूपी से
नरेन्द्र मोदी मंत्रिमंडल में 19 नए चेहरों को शामिल किया गया, उनमें से तीन उत्तरप्रदेश के हैं। हालांकि यूपी की आगरा सीट से सांसद रामशंकर कठेरिया को मंत्रिमंडल से हटा दिया है। इसके बावजूद मंत्रिमंडल में सर्वाधिक संख्या यूपी के मंत्रियों की ही है।
दरअसल, नरेन्द्र मोदी ने मंत्रिमंडल विस्तार के माध्यम से उत्तरप्रदेश में वर्ष 2017 में होने वाले विधानसभा चुनावों में जातीय समीकरणों को भी साधने की कोशिश की है। चंदौली से सांसद महेन्द्रनाथ पांडेय को मंत्री बनाकर ब्राह्मण वोटों को साधने की कोशिश की गई है, वहीं मिर्जापुर से सांसद एनडीए के घटक अपना दल की अनुप्रिया पटेल के जरिए कुर्मी वोटों पर निशाना लगाया गया है, जबकि अनुप्रिया का अपने ही परिवार में विरोध है। यूपी के दिग्गज कुर्मी नेता सोनेलाल पटेल की बेटी अनुप्रिया को उनका उत्तराधिकारी माना जाता है।
शाहजहांपुर से सांसद कृष्णा राज को मंत्री बनाकर मोदी ने दलित वोटों को साधने की कोशिश की है। इसके साथ ही स्वयं प्रधानमंत्री उत्तरप्रदेश की बनारस सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं। राजनाथसिंह, मनोहर पर्रिकर, कलराज मिश्र, उमा भारती जैसे दिग्गज नेता भी उत्तरप्रदेश कोटे से ही केन्द्र में मंत्री हैं। गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर उत्तरप्रदेश से राज्यसभा सांसद हैं। हालांकि यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा कि मोदी और शाह की जोड़ी अपनी रणनीति में कितनी सफल होती है।
औसत उम्र 57 साल : आज जिन 19 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई उनमें से मात्र तीन मंत्री- अजय टम्टा, रामदास आठवले और मनसुख भाई मांडविया ऐसे हैं जो स्नातक नहीं हैं, जबकि शेष स्नातक और स्नातकोत्तर हैं। महेन्द्रनाथ पांडेय पीएचडी हैं।
मंगलवार को मंत्री बनाए गए सांसदों की औसत उम्र 57 साल है। इनमें सीआर चौधरी की सबसे ज्यादा उम्र 68 साल है, जबकि सबसे कम अपना दल की अनुप्रिया पटेल की है। वे 35 साल की हैं।