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Last Modified: खंडवा , गुरुवार, 5 मार्च 2015 (16:35 IST)

मोदी बोले, किसानों को भड़काया जा रहा है...

मोदी बोले, किसानों को भड़काया जा रहा है... - Modi in Khandwa
खंडवा। संसद में भूमि-अधिग्रहण कानून पारित करने में रूकावट डालने के लिए विपक्ष की कड़ी आलोचना करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि उनकी सरकार किसान विरोधी नहीं बल्कि देश का विकास और किसानों का भला चाहती है।
 
प्रधानमंत्री ने गुरुवार को श्रीसिंगाजी ताप विद्युत परियोजना 600-600 मेगावाट की दो इकाइयों को राष्ट्र को समर्पित करने के पश्चात एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पूर्व सरकार द्वारा पारित भूमि अधिग्रहण कानून में स्कूल, अस्पताल, आवास, पानी और सिंचाई के लिए कोई प्रावधान नहीं किए गए थे। उन्होंने जनता से जानना चाहा कि उन्हें यह सब सुविधाएं चाहिए कि नहीं।
 
प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने विपक्ष के सदस्यों से इस कानून में और अधिक सुधार के लिए संशोधन सुझाने का प्रस्ताव भी दिया था लेकिन उन्होंने इस बारे में कोई सुझाव नहीं दिए।
 
मोदी ने विपक्ष पर प्रहार करते हुए कहा कि मैं किसान विरोधी नहीं हूं और हमने कभी भी किसानों का विरोध नहीं किया जबकि हमने उनसे कहा था कि इसमें और क्या सुधार किए जा सकते हैं बताए, लेकिन वे इस मामले में चुप रहे।
 
प्रधानमंत्री ने कहा कि गरीब स्कूल, अस्पताल, सड़क, आवास, पानी, बिजली और सिंचाई चाहते हैं लेकिन पूर्व के कानून में इनके लिये कोई प्रावधान नहीं किए गए थे। उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार ने जो कानून बनाया था उसमें किसानों को पानी या सिचांई के लिए जमीन देने का प्रावधान नहीं था जबकि हमारी सरकार ने इन सबके प्रावधान अपने कानून में किए हैं।
 
हाल ही में वित्त मंत्री द्वारा लोकसभा में वर्ष 2015-16 के लिए पेश किए गए बजट की प्रशंसा करते हुए मोदी ने कहा कि इसमें समाज के सभी वर्गो के कल्याण के लिए प्रावधान किए गए हैं। उन्होने कहा कि बजट में गरीबों, किसानों, दलित, आदिवासी भाई-बहनों के कल्याण की चिंता की गई है।
 
उन्होंने देश के विकास में उर्जा का जिक्र करते हुए कहा कि बिजली का उत्पादन देश के विकास के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा कि केवल बिजली उत्पादन ही भविष्य को नहीं बचा सकता बल्कि इसके लिए हमारा दायित्व है कि आने वाली पीढ़ी भी सुरक्षित और सुखी रहे।
 
देश में बिजली बचाने की अपील करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बिजली बचेगी तो कोयला बचेगा और देश का भविष्य सुरक्षित होगा। उन्होंने कहा कि आज भी देश में 20 प्रतिशत आबादी ने बिजली का मुंह नहीं देखा है जबकि हजारों गांव ऐसे हैं जहां बिजली के खंभे और तार नहीं पहुंच सके हैं। उन्होंने कहा कि यह वह लोग हैं जो अत्यंत गरीब हैं।
 
मोदी ने कहा कि जब से उनकी सरकार सत्ता में आई है तब से मात्र नौ दस माह में ही बिजली उत्पादन में 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार सभी स्रोतों से बिजली उत्पादन का प्रयास कर रही है। बिजली को जीवन का अभिन्न अंग बताते हुए उन्होंने कहा कि आज किसी को उर्जा से वंचित करना उसे पाषाण युग में धकेल देने जैसा है। उन्होने कहा कि मानव को पीछे जाने के लिये मजबूर नहीं किया जा सकता है।
 
मानव के विकास के लिए बिजली की भूमिका महत्वपूर्ण बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बिना बिजली के सपने पूरे नहीं किए जा सकते हैं।
 
सिंगाजी ताप विद्युत परियोजना से उत्पादित होने वाली विद्युत का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जब भाजपा सत्ता में आई थी तब प्रदेश में जितना विद्युत उत्पादन होता था उतना लगभग अकेले इस ताप विद्युत परियोजना से प्राप्त होगा। (भाषा)