शुक्रवार, 26 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. समाचार
  3. प्रादेशिक
  4. Journalist Jagendra scandal
Written By
Last Updated :शाहजहांपुर , शनिवार, 1 अगस्त 2015 (22:27 IST)

पत्रकार जगेन्द्र कांड : बेटे का यू-टर्न

पत्रकार जगेन्द्र कांड : बेटे का यू-टर्न - Journalist Jagendra scandal
शाहजहांपुर। उत्तर प्रदेश के सियासी और समाजी गलियारों में गुबार उठाने वाले पत्रकार जगेन्द्र कथित हत्याकांड मामले में शनिवार को उसके बेटे ने अपने रुख में नाटकीय बदलाव करते हुए आरोपी राज्यमंत्री राममूर्ति वर्मा को निर्दोष करार दिया और मामले की सीबीआई जांच के सिलसिले में उच्चतम न्यायालय में दायर याचिका को वापस ले लिया।
जगेन्द्र के बेटे राहुल ने बातचीत में प्रकरण के आरोपी पिछड़ा वर्ग कल्याण राज्यमंत्री राममूर्ति वर्मा को निर्दोष करार दिया और कहा कि उसके पिता ने पुलिस द्वारा गिरफ्तारी से होने वाली बदनामी से बचने के लिए खुद को आग लगाई थी, लेकिन वह ज्यादा हो गई और जगेन्द्र बुरी तरह झुलस गए जिससे बाद में उनकी मौत हो गई।
 
राहुल ने कहा कि उनके पिता जगेन्द्र कुछ राजनेताओं की साजिश के शिकार हो गए थे, इसलिए उन्होंने राज्यमंत्री वर्मा के खिलाफ लिखना शुरू कर दिया था। वर्मा पूरी तरह निर्दोष हैं और उन्हें राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया जा रहा है।
 
उसने कहा कि मामले की सीबीआई जांच के आदेश देने के आग्रह के संबंध में उसने उच्चतम न्यायालय में जो याचिका दायर की थी, वह अब वापस ले ली गई है।
 
इस बीच, राज्यमंत्री वर्मा पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने कहा कि उसने आरोप जगेन्द्र के बहकावे में आकर लगाए थे।
 
गत एक जून को शाहजहांपुर में सदर बाजार इलाके की आवास विकास कॉलोनी स्थित अपने घर पर पुलिस की छापेमारी के दौरान पत्रकार जगेन्द्र संदिग्ध परिस्थितियों में झुलस गए थे और आठ जून को उनकी मौत हो गई थी।
 
पत्रकार के परिजन की शिकायत पर पुलिस ने प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण राज्यमंत्री राममूर्ति वर्मा और तत्कालीन थाना प्रभारी समेत कई लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। 
 
उच्चतम न्यायालय ने गत 22 जून को पत्रकार की कथित तौर पर जलाकर हत्या किए जाने के मामले की सीबीआई जांच की मांग को लेकर दायर याचिका पर केंद्र और राज्य सरकार को नोटिस जारी किया था।
 
पत्रकार के पिता और बेटे ने 22 जून को ही मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात की थी। इस दौरान अखिलेश ने न्याय का भरोसा दिलाने के साथ-साथ पीड़ित परिवार को 30 लाख रुपए की मदद तथा पत्रकार के दोनों बच्चों को सरकारी नौकरी दिलाने की घोषणा की थी।
 
इस बीच, जगेन्द्र मामले को जोरशोर से उठाने वाले वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने मृत पत्रकार के पुत्र के रुख में अचानक आए बदलाव के पीछे दबाव की आशंका जाहिर करते हुए प्रधान न्यायाधीश को पत्र लिखकर जगेन्द्र के बेटों तथा मामले के सभी गवाहों की सुरक्षा करने तथा सही बात सामने लाने के लिए राज्य सरकार को उपयुक्त माहौल बनाने के निर्देश देने का अनुरोध किया है।
 
ठाकुर ने कहा, जगेन्द्र के बेटों ने उनके सामने कहा था कि उनके पिता को राज्यमंत्री राममूर्ति वर्मा के कारण मारा गया है। जिस तरह मृत पत्रकार के परिजन अपने बयान बदल रहे हैं, उससे लगता है कि वर्मा अपनी ताकत और सत्ता का दुरुपयोग करके गवाहों पर अनुचित दबाव बना रहे हैं। (भाषा)