CBI ने अरविंद केजरीवाल के बंगले के रेनोवेशन को लेकर दर्ज किया केस, 45 करोड़ रुपए का देना होगा हिसाब
नई दिल्ली। दिल्ली (Delhi) के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind kejriwal) के बंगले के रेनोवेशन के मामले की जांच अब सीबीआई (CBI) करेगी। जांच एजेंसी ने 27 सितंबर को केस दर्ज किया है। 12 मई को विजिलेंस डिपार्टमेंट ने उनके बंगले और इसके कैम्पस में बने ऑफिस के रेनोवेशन को लेकर उपराज्यपाल विनय सक्सेना को एक रिपोर्ट सौंपी थी। केजरीवाल ने बताया था कि बंगले पर 52.71 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं।
18 जून को विजिलेंस डिपार्टमेंट ने PWD के 7 अफसरों को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। इसमें उन्हें 15 दिन के अंदर अपना जवाब देना था।
सीबीआई ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नए सरकारी आवास के निर्माण के संबंध में कथित अनियमितता और कदाचार को लेकर प्रारंभिक जांच (पीई) दर्ज की है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
भाजपा पर आप का आरोप : दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) ने किसी भी तरह का गलत काम करने से इनकार किया है और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर आप को खत्म करने के लिए अपनी सारी शक्ति का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है।
अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने दिल्ली सरकार के अज्ञात लोक सेवकों के खिलाफ पीई दर्ज की है।
पीई यह देखने के लिए दर्ज की जाती है कि क्या आरोपों को लेकर प्राथमिकी दर्ज करने के वास्ते प्रथम दृष्टया कोई सामग्री है या नहीं।
अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई की भ्रष्टाचार रोधी शाखा ने लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) से आवास से संबंधित रिकॉर्ड मांगे हैं जिनमें बदलाव के संबंध में उसके अधिकारियों की सिफारिश और मंजूरी, निविदा दस्तावेज़, ठेकेदारों द्वारा लगाई गई बोली, भवन योजना को मंजूरी और मॉड्यूलर रसोईघर, मार्बल का फर्श और अन्य सजावटी कार्य जैसी बेहतर विशिष्टताओं के लिए ग्राहक से अनुरोध शामिल हैं।
आप ने आरोप लगाया है कि यह घटनाक्रम अरविंद केजरीवाल नीत पार्टी को लोगों के लिए काम करने से रोकने की भाजपा की कोशिश का हिस्सा है।
पार्टी का आरोप है, “यही वजह है कि देश के सर्वश्रेष्ठ स्वास्थ्य और शिक्षा मंत्रियों को सलाखों के पीछे डाल दिया गया। आप ने आरोप लगाया, “ भाजपा आप को खत्म करने के लिए अपनी सारी शक्ति का इस्तेमाल कर रही है।”
पार्टी ने कहा, “सिर्फ आप ही है जो स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में किए गए अच्छे कार्यों के नाम पर लोगों से वोट मांगती है जबकि भाजपा नहीं चाहती है कि गरीब लोगों को अच्छी शिक्षा और बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें।”