अर्थव्यवस्था के लक्ष्य में पूंजी बाजार का होगा महत्वपूर्ण योगदान
नई दिल्ली। वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने शनिवार को कहा कि भारत का पूंजी बाजार मजबूत है और यह देश को 2025 तक 5 हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में महत्वपूर्ण योगदान कर सकता है। बाजार में लोगों का विश्वास मजबूत करने की जरूरत पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि पूंजी बाजार घरेलू बचतों को दीर्घकालिक वित्तीय पूंजी में परिवर्तित करने का रास्ता प्रदान करते हैं।
ठाकुर ने कहा कि देश में पूंजी निर्माण के काम में प्रतिभूति बाजार (एक्सचेंज) और बिचौलिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। जरूर यह सुनिश्चित करने की है कि बाजार में घोटाले और धोखाधड़ी न हों, ताकि बाजार के प्रति लोगों का विश्वास न टूटे।
उन्होंने यहां पूंजी बाजार पर एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि वर्ष 2025 तक भारत को 5 हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में पूंजी बाजार की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होगी। ठाकुर ने कहा कि भारतीय बाजार मजबूत और बड़ा है तथा यह विश्व के अच्छे से अच्छे बाजार का मुकाबला कर सकता है।
उन्होंने कहा कि सरकार बाजार को नियंत्रणों से मुक्त करने और निवेशकों के लिए नियमों के अनुपालन आसान बनाने के लिए लगातार प्रयास करती रही है। कार्यक्रम का विषय पूंजी बाजारों को पुनर्परिभाषित किया जाना- 5 हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था के लिए आवश्यक।
इसका आयोजन भारत के राष्ट्रीय एक्सचेंजों के सदस्यों के संघ (एएनएमआई) ने किया था। इसके शेयर ब्रोकर सदस्यों की संख्या करीब 900 है। इस अवसर पर उन्होंने पूंजी बाजारों में अनुपालन व्यवस्था की समीक्षा भी रिपोर्ट जारी की।
यह रिपोर्ट तैयार करने के लिए उन्होंने सेबी, शेयर बाजारों और एएनएमआई की सराहना की। उन्होंने कहा कि इससे अनुपालन व्यवस्था आसान किए जाने में निश्चित रूप से मदद मिलेगी।