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Written By Author सुरेश एस डुग्गर
Last Updated :श्रीनगर , गुरुवार, 9 जून 2016 (17:08 IST)

अमरनाथ यात्रा पर मंडरा रहा है खतरा!

अमरनाथ यात्रा पर मंडरा रहा है खतरा! - Amarnath Yatra
श्रीनगर। वार्षिक अमरनाथ यात्रा को लेकर नया 'विवाद' पैदा हो गया है। 2 दिन पहले बीएसएफ के महानिदेशक ने इस पर आतंकी खतरे का जो दावा किया था, उसका खंडन हिज्बुल के कश्मीर के कमांडर और हिज्ब के पोस्टर ब्यॉय बुरहान वानी ने किया है। जिसका कहना था कि उनके निशाने पर अमरनाथ यात्रा नहीं है।
 
दरअसल, बुरहान वानी ने एक नए वीडियो में सुरक्षाबलों, सैनिक कॉलोनियों और कश्मीरी पंडितों के लिए अलग बस्तियों पर और हमलों की चेतावनी दी है, मगर उसने आगामी सालाना अमरनाथ यात्रा पर हमले नहीं करने की बात कही है।
 
6 मिनट 17 सेकंड का यह वीडियो सोशल नेटवर्किंग साइटों पर वायरल हो रहा है। इसमें युवा आतंकी कमांडर एक सफेद टी-शर्ट पहने एक कुर्सी पर बैठे दिख रहा है। उसने अपने पैरों को एक कंबल से ढंक रखा है। उसके दोनों ओर दो-दो राइफल दीवार पर खड़ी की गई हैं।
 
वानी ने कहा कि आतंकियों के पास कश्मीर में पुलिसकर्मियों पर हमला करने के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं है। उसने कहा कि आप जैसा जानते हैं कि हमने पिछले महीने से हमले किए हैं जिसमें हमने कई पुलिसकर्मियों और सैन्यकर्मियों को निशाना बनाया है। पुलिसकर्मी हमारे अपने हैं लेकिन फिर भी वे हमें हमला करने के लिए बाध्य करते हैं। 
 
वानी ने कहा कि हमने उन्हें हमारे खिलाफ हमला नहीं करने की पिछले महीने भी चेतावनी दी थी लेकिन उन्होंने हम पर ध्यान नहीं दिया और हमारे खिलाफ कार्य करना जारी रखा और हमारे युवाओं को प्रताड़ित किया। अब किसी को भी कोई चेतावनी नहीं दी जाएगी और प्रत्येक वर्दीधारी व्यक्ति पर हमला किया जाएगा।
 
वानी ने बीएसएफ के एक अधिकारी के इस दावे का खंडन किया कि उसका संगठन अमरनाथ यात्रा पर हमले की योजना बना रहा है। उसने यद्यपि कहा कि यदि सरकार घाटी में सैनिक कॉलोनियां स्थापित करती हैं तो उन्हें निशाना बनाया जाएगा। उसने यह भी कहा कि यदि सरकार कश्मीरी पंडितों के लिए अलग बस्तियां बनाती है तो उसका समूह हमले करेगा।
 
अगले पन्ने पर... कौन है बुरहान वानी?

कश्मीर के त्राल का निवासी बुरहान वानी कश्मीर में आतंक का नया चेहरा है। 2010 में 10वीं परीक्षा देने के बजाय हिज्बुल मुजाहिद्दीन में शामिल होने के लिए उसने घर छोड़ दिया था।
वीडियो में बुरहान ने क्या कहा-
 
1. पुलिस हमें उन पर हमला करने को मजबूर कर रही है और अब हम उन्हें चेतावनी नहीं देंगे। मैं उनसे युवाओं को परेशान नहीं करने, चेक प्वॉइंट्स और कैंप के अंदर ही रहने को कहता हूं।
2. पुलिस भारत की पॉलिसी को नहीं समझती है। घाटी में स्थानीय पुलिस या आतंकियों के मारे जाने पर भारत खुशी महसूस करता है।
3. अमरनाथ यात्रा के लिए कश्मीर पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों पर हमला करने की हमारी योजना नहीं है और न रहेगी।
4. लेकिन यदि कश्मीर में सैनिक कॉलोनी या हिन्दुओं की अलग कॉलोनी बनेगी तो हम उसे निशाना बनाएंगे। पंडित यहां आ सकते हैं और अपनी जगह पर रह सकते हैं।
5. हां, तारिक पंडित को आर्मी द्वारा गिरफ्तार किया गया है, लेकिन इससे हमारे संगठन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
6. यह जमीन हमारी है। कश्मीर हमारा है। हम आतंकी नहीं हैं लेकिन यह आर्मी है, जो आतंकियों की तरह व्यवहार कर रही है।
अगले पन्ने पर... वर्ष 1993 के बाद से अमरनाथ यात्रा पर हुए हमलों का विवरण...
 

* वर्ष 1993 : बाबरी मस्जिद प्रकरण को मुद्दा बना हरकतुल अंसार ने अमरनाथ यात्रा पर प्रतिबंध लगाया। अमरनाथ यात्रा पर 2 हमलों में 3 लोग मारे गए।
* वर्ष 1994 : पुन: हरकतुल अंसार ने यात्रा पर प्रतिबंध लागू कर दिया। एक हमला किया गया यात्रियों पर जिसमें 2 की मौत हो गई।
* वर्ष 1995 : लगातार तीसरे वर्ष हरकतुल अंसार ने यात्रा पर प्रतिबंध लागू कर दिया। 3 हमले किए गए, परंतु आतंकवादी किसी की जान नहीं ले पाए।
* वर्ष 1996 : इस बार भी आतंकवादियों की ओर से नाकामयाब हमले किए गए अमरनाथ यात्रा पर, लेकिन किसी को कोई क्षति नहीं पहुंचा पाए। लेकिन मौसम के खराब होने तथा बर्फबारी के कारण जो अमरनाथ त्रासदी हुई उसने 300 श्रद्धालुओं की जान ले ली।
* वर्ष 2000 : आतंकवादियों द्वारा पहलगाम के करीब आरू नामक स्थान पर किए गए हमले में 32 श्रद्धालुओं सहित 35 लोग मारे गए।
* वर्ष 2001 : शेषनाग में आतंकवादी हमले में 3 पुलिस अधिकारियों समेत 12 श्रद्धालु मारे गए।
* वर्ष 2002 : अमरनाथ यात्रा पर हुए 2 अलग-अलग हमलों में कुल 10 श्रद्धालु मारे गए तथा 25 के करीब गंभीर रूप से घायल हो गए।
* वर्ष 2003 : आतंकवादियों ने अमरनाथ यात्रा में शामिल होने वालों को सीधे निशाना तो नहीं बनाया लेकिन यात्रा के दौरान ही कटरा में वैष्णोदेवी के आधार शिविर पर हमला कर 8 श्रद्धालुओं को मार डाला और टांडा में सेना के 1 ब्रिगेडियर को भी मार डाला। साथ ही राजमार्ग पर कुछ लोगों की हत्या कर अमरनाथ यात्रा में शामिल होने वालों को दहशतजदा करने का प्रयास अवश्य किया।