नई दिल्ली। पुलवामा में आंतकी हमले में शहीद हुए 40 से ज्यादा CRPF जवानों की मौत का बदला लेने के लिए भारत ने एक प्लान तैयार किया है। इस ऑपरेशन को नाम दिया गया है ऑपरेशन 360 डिग्री। इस प्लान में पाकिस्तान की सरपरस्ती में पल रहे आतंकियों का जड़ से सफाया करना है। बताया जा रहा है कि यह सर्जिकल स्ट्राइक से भी बड़ा हमला होगा। उन लोगों को भी कड़ा सबक सिखाना है जो भारतीय जवानों की असामायिक मौत के जिम्मेदार हैं। पुलवामा में आतंकियों की कायराना हरकत के बाद पूरा देश सड़कों पर निकलकर पाकिस्तान में पनाह लिए आतंक के आकाओं की सफाए की मांग कर रहा है।
14 फरवरी को जम्मू- कश्मीर के पुलवामा आंतकी हमले में 40 से ज्यादा जवान शहीद हुए थे। खबरों के अनुसार इनकी शहादत का बदला लेने के लिए केंद्र सरकार ने 15 फरवरी से ऑपरेशन 360 डिग्री प्लान पर काम करना शुरू कर दिया है। इस प्लान में भारतीय थल, जल और वायुसेना को शामिल किया गया है।
सूत्रों का कहना है कि भारत ने उरी हमले के बाद 2016 में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में जो सर्जिकल स्ट्राइक की थी, उससे कहीं बड़ा हमला करने की तैयारी की जा रही है। भारत ने अपने प्लान में कई देशों के साथ काम करना भी शुरू कर दिया है। इसमें अमेरिका की सीआईए और इसराइल की मोसा की खुफिया एजेंसियां भी शामिल हैं।
भारत का लक्ष्य आतंकवाद को जड़ से खत्म करना है ताकि देश के जवान आतंकी हमलों में शहीद न हों। असल में ऑपरेशन 360 डिग्री प्लान का सबसे बड़ा उद्देश्य पाकिस्तान में आतंक के आकाओं को उनकी औकात दिखाना है। आतंक के ये वो चेहरे होंगे, जो पाकिस्तान में छुपे हुए हैं।
बस पीएम मोदी की मंजूरी का इंतजार : भारत की थल, जल और वायु सेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में बड़ी कार्रवाई करने की पूरी तैयारी कर ली है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रधामंत्री नरेन्द्र मोदी जो कि 40 सीआरपीएफ जवानों की शहादत से हिल चुके हैं, वे आखिरी के 6 प्लान को अपनी मंजूरी देंगे। मोदी खुलेआम पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि आंतकवादियों ने बहुत बड़ी गलती कर दी, जिसकी सजा उन्हें मुकम्मल रूप से दी जाएगी। ये सजा कहां दी जाएगी, कब दी जाएगी, कैसे दी जाएगी, यह सब सेना तय करेगी।
जम्मू-कश्मीर में 350 आतंकी सक्रिय : यह भी पता चला है कि सेना ने जम्मू-कश्मीर में 242 आतंकियों के ठिकानों को चिन्हित किया गया है। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि कश्मीर में दहशत फैलाने के लिए अभी भी 350 आतंकी सक्रिय हैं, जिन्हें चुन-चुन कर मार गिराया जाएगा। सेना उन लोगों को भी कड़ी सजा देगी, जिन्होंने पुलवामा में हुए आतंकी हमले में आतंकवादियों की मदद की थी।
पाकिस्तान का पुराना राग : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की मंगलवार को यहां हुई बैठक के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हमला करने वाला आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद खुद स्वीकार कर चुका है कि यह हमला उसने किया है। इस स्थिति में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का भारत से सबूत ‘इंटेलिजेंस सबूत’ मांगने का क्या औचित्य है। पाकिस्तान वही पुराने राग को अलाप रहा है।
जेटली ने कहा कि सबूत आपके घर में हैं। भारत सरकार ने मुंबई हमले के बारे में भी सबूत उपलब्ध कराए थे, लेकिन उसके दोषियों पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई। जेटली ने कहा कि हमले में शामिल तीन आतंकवादियों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया है जिनमें दो इस हमले के प्रमुख मास्टरमाइंड थे। ये दोनों पाकिस्तानी नागरिक थे फिर इंटेलिजेंस की रिपोर्ट मांगने की क्या जरूरत है।
उन्होंने कहा कि उम्मीद यह थी कि जिस घटना की पूरी दुनिया भर्त्सना कर रही है, उसकी इमरान खान भी अपने वक्तव्य में निंदा करते लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। उनके बयान में उन परिवारों के बारे में भी कोई सहानुभूति व्यक्त नहीं की गई है जिनके परिजन इस हमले में शहीद हुए हैं।
ऊंचा है सेना का मनोबल : रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने इमरान खान के बयान पर कहा कि मुंबई हमले के बाद भारत सरकार ने अनेक बार डोजियर दिए लेकिन वहां की सरकारों ने आतंकियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।
रक्षा मंत्री ने कहा कि मुंबई हमलों के समय से ही न केवल इस सरकार बल्कि पूर्ववर्ती सरकार ने भी कईं बार पाकिस्तान को डोजियर, सबूत और अन्य दस्तावेज उपलब्ध कराए लेकिन पाकिस्तान ने उन पर क्या कार्रवाई की है। रक्षा मंत्री ने कहा कि भारतीय सेनाओं का मनोबल कतई भी प्रभावित नहीं हुआ है और हम सबकी भावनाएं उनके परिजनों के साथ हैं। उस हमले से किसी भी तरह हमारी सेनाओं के मनोबल पर कोई असर नहीं पड़ा है। (वेबदुनिया न्यूज डेस्क)