शिवराज ने निवेशकों को लुभाया, पेश किया 'रिपोर्ट कार्ड'
इंदौर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को यहां वैश्विक निवेशक सम्मेलन के उद्घाटन सत्र के दौरान औद्योगिक जगत को पूंजी निवेश के लिए आकर्षित किया, वहीं वर्ष 2014 में आयोजित पिछले वैश्विक निवेशक सम्मेलन का लेखा-जोखा पेश करते हुए बताया कि सूबे में पिछले 2 साल में 2.75 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव हकीकत में बदल चुके हैं।
चौहान ने कहा कि पिछले वैश्विक निवेशक सम्मेलन के बाद पिछले 2 साल में प्रदेश में 2.75 लाख करोड़ रुपए का निवेश जमीन पर उतर चुका है। इसके साथ ही 50,950 करोड़ रुपए की निवेश परियोजनाओं में उत्पादन शुरू हो चुका है। अन्य निवेश परियोजनाओं में भी तेज गति से काम जारी है। उन्होंने बताया कि पिछले 2 वर्षों में प्रदेश में 100 औद्योगिक इकाइयां, 175 खाद्य प्रसंस्करण संयंत्र और 92 नवकरणीय ऊर्जा परियोजनाएं स्थापित की गई हैं।
चौहान ने मध्यप्रदेश को ‘निवेश मित्र’ राज्य करार देते हुए कहा कि सूबे में उद्योगों के लिए विशाल भूमि बैंक, मजबूत बुनियादी ढांचा, चौबीसों घंटे सस्ती बिजली और प्रचुर जल संसाधन उपलब्ध हैं।
उन्होंने निवेशकों को लुभाते हुए कहा कि मध्यप्रदेश की विकास दर पिछले 7 साल से दहाई अंकों में बनी हुई है, जबकि कृषि विकास दर पिछले 4 वर्षों से 20 प्रतिशत से ज्यादा के स्तर पर है तथा प्रदेश में निवेशकों की मदद के लिए एकल खिड़की प्रणाली शुरू की गई है। इसके अलावा वे हफ्ते में एक दिन खुद निवेशकों से मिलकर उनकी परेशानियां हल करते हैं।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने ‘नीतिगत लकवा’ खत्म कर दिया है जिससे देश विकास की राह पर आगे बढ़ रहा है। प्रदेश के मुख्य सचिव एंटोनी डिसा ने बताया कि वैश्विक निवेशक सम्मेलन के 5वें संस्करण में 42 देशों के 4,000 से ज्यादा प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। इनमें 300 विदेशी मेहमान शामिल हैं।