- कीर्ति राजेश चौरसिया
छतरपुर। बढ़ते बाल विवाह के चलन को रोकने के लिए शासन ने समाजसेवी संगठनों के साथ मिलकर एक अनूठे कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें सभी धर्म और जाति के लोगों को आमंत्रित किया गया। इस अवसर पर पंडित, मौलवी, पादरी, विवाह व्यवसाय से जुड़े लोग, महिलाओं, लड़कियों आदि ने शपथ ली कि वे अब बाल विवाह नहीं होने देंगे।
छतरपुर जिले के विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल खजुराहो में एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन 'लाड़ो अभियान' के तहत महिला सशक्तिकरण, शौर्य दल और आधार खजुराहो द्वारा होटल झंकार में रखा गया, जिसमें हजारों की संख्या में हर जाति, वर्ग, संप्रदाय के लोग मौजूद रहे।
इस कार्यक्रम में विवाह आयोजनों में शुरू से लेकर अंत तक हर गतिविधि में संलिप्त और प्रयुक्त लोग, जिसमें पंडित, काजी, पादरी, धर्मगुरु, नाई, टेंट वाले, लाइट वाले, फूल मालाओं वाले, बैंड-बाजे वाले, घोड़ी, पालकी, बग्घी वाले, खाना बनाने वाले, ब्यूटी पार्लर वाले, डीजे वाले, बर्तन साफ करने वाले, विवाह घर वाले, कार्ड प्रिंट करने वाले, पान वाले, वीडियो, फोटोग्राफर, काम करने वाले कर्मचारी और भी अन्य सभी जन उपस्थित थे, जिन्हें बाल विवाह से जुड़ा कानून एवं बाल विवाह के दुष्परिणामों से भी अवगत कराया गया।
इसके बाद सभी ने एक मंच पर एक साथ शपथ ली कि हम कभी बाल विवाह के भागीदार नहीं बनेंगे और जहां कहीं भी ऐसा हो रहा होगा और हमें अपने माध्यम से जानकारी लगेगी तो हम उस शादी में सहभागिता करने से इनकार करेंगे और बाल विवाह रोकने में सक्रिय भूमिका निभाएंगे।
कार्यक्रम में महिलाओं के साथ लड़कियों ने भी बड़ी संख्या में भाग लिया और अपना पक्ष रखा साथ ही शपथ ली कि अब हम बाल विवाह नहीं करेंगे और न ही किसी को करने देंगे।