यह बगावत नहीं यौन ऊर्जा है
जीवन के रंगमंच से...
स्वप्न विश्लेषक मधु टंडन ने एक अद्भुत किताब लिखी है, ड्रीम्स एंड बियॉन्ड। यह पुस्तक सपनों की बायलॉजी, दुनियाभर की हर संस्कृति में मिलने वाला स्वप्नों का पौराणिक विवेचन, स्वप्न और मनोविज्ञान, स्वप्नों के विश्लेषण आदि कई मुद्दों पर बात करती है। इसमें एक बच्चे से किशोर होते लड़के का स्वप्न और उसका विश्लेषण दिया गया है। स्वप्न काफी लंबा है उसकी व्याख्या और भी लंबी पर सार में कहें तो सपने में स्कूल में कंचे खेलते हुए यह लड़का एक उग्र शेर को देखता है। अचानक पिता स्कूल में आ जाते हैं। उनके पास बंदूक है। वे लड़के को शेर से बचाने के लिए गोली चलाते हैं जिसे शेर निगल जाता है। पिता-पुत्र अब शेर के पेट में हैं, पिता बेटे की गर्दन पर लगे सिंह दंत को सहलाते हैं। फिर पिता-पुत्र शेर के पेट से निकलकर भारतीय शास्त्रीय नृत्य देखने चले जाते हैं। इस स्वप्न के विश्लेषण का सार यह है कि शेर पुत्र में उपजती यौन ऊर्जा का प्रतीक है जिससे पुत्र उत्साहित भी है पर अचंभित भी, पसोपेश में भी, थोड़ा भयभीत भी। पिता उसकी मदद के लिए आए हैं। वे उसे परिवर्तन को समझने में सहयोग करना चाहते हैं।