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Written By DW
Last Updated : सोमवार, 26 दिसंबर 2022 (17:53 IST)

क्या है लोन फ्रॉड केस जिसमें गिरफ्तार हो रहे बड़े-बड़े लोग?

क्या है लोन फ्रॉड केस जिसमें गिरफ्तार हो रहे बड़े-बड़े लोग? - What is loan fraud case?
-आमिर अंसारी
 
सीबीआई ने आईसीआईसीआई बैंक लोन धोखाधड़ी मामले में वीडियोकॉन ग्रुप के चेयरमैन वेणुगोपाल धूत को गिरफ्तार किया है। इससे पहले चंदा कोचर और उनके पति गिरफ्तार किए जा चुके हैं। धूत की गिरफ्तारी आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व मुख्य अधिकारी व प्रबंध निदेशक चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर की गिरफ्तारी के 3 दिन बाद हुई है।
 
शुक्रवार को सीबीआई ने चंदा कोचर और उनके पति को 2012 में वीडियोकॉन समूह को बैंक द्वारा स्वीकृत ऋण में धोखाधड़ी के सिलसिले में गिरफ्तार किया था।
 
धूत पर क्या है आरोप?
 
71 साल के धूत को वीडियोकॉन समूह की कंपनियों को आईसीआईसीआई बैंक द्वारा स्वीकृत ऋण में कथित धोखाधड़ी और अनियमितताओं के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है। चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर को बैंक से मार्च 2012 तक कथित रूप से 1,730 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
 
आरोप है कि आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड ने ट्रेंड इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, सेंचुरी अप्लायंसेज लिमिटेड, कैल लिमिटेड, वैल्यू इंडस्ट्रीज लिमिटेड और इवान फ्रेजर एंड कंपनी इंडिया लिमिटेड को लगभग 3,250 करोड़ रुपए की क्रेडिट सुविधाओं को मंजूरी दी थी। ये सभी कंपनियां वेणुगोपाल धूत के वीडियोकॉन ग्रुप से संबंधित थीं।
 
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड के अधिकारियों ने बैंकिंग विनियमन अधिनियम, आरबीआई दिशा-निर्देशों और बैंक की क्रेडिट नीति का उल्लंघन कर इन कंपनियों को क्रेडिट सुविधाएं मंजूर कीं।
 
कर्ज दूसरी कंपनी में निवेश करने का आरोप
 
आरोप है कि धूत ने सुप्रीम एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड (एसईपीएल) के माध्यम से नूपावर रिन्यूएबल्स लिमिटेड (एनआरएल) में 64 करोड़ रुपए का निवेश किया और एसईपीएल को दीपक कोचर द्वारा प्रबंधित पिनेकल एनर्जी ट्रस्ट को एक सर्किट रूट से स्थानांतरित कर दिया। यह 2010 और 2012 के बीच किया गया था। पिनेकल एनर्जी ट्रस्ट और एनआरएल का प्रबंधन दीपक कोचर के ही पास था।
 
सीबीआई ने कोचर दंपति और वीडियोकॉन समूह के चेयरमैन के साथ-साथ नूपावर रिन्यूएबल्स, सुप्रीम एनर्जी, वीडियोकॉन इंटरनेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिडेट और वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज लिमिटेड के खिलाफ भी आपराधिक साजिश व भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की थी। सीबीआई की पूछताछ में चंदा कोचर ने अपने पति और धूत के बीच किसी भी तरह के आर्थिक लेनदेन की जानकारी होने से इंकार किया था।
 
वित्तीय अपराधों की जांच करने वाली एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी इस जांच में शामिल है। ईडी ने पिछले महीने धूत से इस मामले में पूछताछ की थी। एजेंसी इससे पहले इस मामले में नूपावर रिन्यूएबल्स के निदेशक और धूत के करीबी सहयोगी महेश पुंगलिया से भी पूछताछ कर चुकी है। ईडी ने फरवरी 2019 में धूत, कोचर और उनके पति दीपक के खिलाफ मामला दर्ज किया था। पहले भी उनके आवासों पर तलाशी ली जा चुकी है।
 
गहन जांच के बीच कोचर को करोड़ों रुपए के इस धोखाधड़ी मामले के कारण 2018 में आईसीआईसीआई बैंक में अपने पद से हटना पड़ा था। उन्होंने अपने और अपने पति के खिलाफ सभी आरोपों से इंकार किया था।
 
Edited by: Ravindra Gupta
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