पाकिस्तान के महान तेज गेंदबाज वसीम अकरम का मानना है कि वनडे क्रिकेट अब पुराना हो गया है और प्रशासकों को इसे खत्म कर देना चाहिये।इंग्लैंड के हरफनमौला बेन स्टोक्स के वनडे क्रिकेट से अचानक संन्यास लेने के बाद अकरम ने यह बयान दिया है। इसके बाद से ही 50 ओवरों के क्रिकेट के अस्तित्व को लेकर चर्चा छिड़ी हुई है।
अकरम ने वॉनी एंड टफर्स क्रिकेट क्लब पॉडकास्ट में कहा , मुझे लगता है कि वनडे क्रिकेट खत्म होना चाहिये। इंग्लैंड में स्टेडियम खचाखच भरे होते हैं लेकिन भारत , पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश और दक्षिण अफ्रीका में वनडे क्रिकेट में स्टेडियम खाली रहते हैं।उन्होंने कहा , सिर्फ नाम के लिये वनडे क्रिकेट कराया जा रहा है। यह प्रारूप अब पुराना हो गया है।
अकरम ने कहा , स्टोक्स का वनडे क्रिकेट छोड़ने का फैसला दुखद है लेकिन मैं उसके साथ हूं। एक कमेंटेटर के तौर पर भी वनडे क्रिकेट अब खिंच रहा है। खासकर टी20 के आने के बाद। आप खिलाड़ी की दशा समझ सकते हैं। 50 ओवर बहुत होते हैं।
उन्होंने कहा , टी20 क्रिकेट आसान है। चार घंटे में खेल खत्म। दुनिया भर में इतनी लीग हो रही है और इतना पैसा है। यह आधुनिक क्रिकेट का हिस्सा है। टी20 या टेस्ट क्रिकेट। वनडे क्रिकेट खत्म होने वाला है।
अकरम ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट अभी भी किसी खिलाड़ी के लिये सर्वोपरि है।उन्होंने कहा , टेस्ट क्रिकेट में जंग के भीतर जंग है। मेरी पसंद हमेशा से टेस्ट क्रिकेट रहा है। वनडे मजेदार होता था लेकिन टेस्ट क्रिकेट से ही खिलाड़ी की पहचान होती है।
5 दिन लंबा है टेस्ट लेकिन फिर भी है एकदिवसीय क्रिकेट से मजबूत ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज उस्मान ख़्वाजा के अनुसार वनडे क्रिकेट "एक धीमी मौत" मर रहा है। उनके लिए बेन स्टोक्स का वनडे क्रिकेट से संन्यास लेना कोई आश्चर्य वाली बात नहीं है।
31 वर्षीय खिलाड़ी बेन स्टोक्स ने वनडे क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। बेन स्टोक्स ने क्रिकेट अधिकारियों को खिलाड़ियों के साथ "गाड़ी" जैसा व्यवहार ना करने का आग्रह किया और उम्मीद जताई है कि उनके वनडे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के निर्णय से सब सचेत होंगे। स्टोक्स के अनुसार अभी काफ़ी ज़्यादा क्रिकेट खेला जा रहा है, इससे किसी भी खिलाड़ी के लिए तीनों फ़ॉर्मेट में खेलना काफ़ी मुश्किल हो रहा है।
ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट क्रिकेट में ओपनिंग करने वाले बल्लेबाज़ उस्मान ख़्वाजा 2019 के बाद से सीमित ओवर के क्रिकेट में शामिल नहीं हुए हैं। उनके अनुसार अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के परिमाण को देखते हुए आगे चल कर 50 ओवर क्रिकेट में भारी कटौती होगी।
'यह मेरी अपनी निजी राय है। मुझे पता है कि बहुत सारे लोगों का भी यही दृष्टिकोण है। आपके पास टेस्ट क्रिकेट है, जो शिखर पर है। आपके पास टी 20 क्रिकेट है, जिसमें स्पष्ट रूप से दुनिया भर में लीग हैं। हर कोई इसे देखना पसंद करता है। इन दोनों के बाद वनडे क्रिकेट है, जिसका प्रभाव कम हो रहा है। शायद यह इन तीनों फ़ॉर्मेंट में अंतिम पायदान पर है।'
' व्यक्तिगत रूप से मुझे ऐसा लग रहा है कि वनडे क्रिकेट धीमी मौत मर रहा है। अभी भी विश्व कप है, जो मुझे लगता है कि वास्तव में मजे़दार है और यह देखना सुखद है लेकिन इसके अलावा व्यक्तिगत रूप से मुझे वनडे क्रिकेट उतना पसंद नहीं है।'
ऑस्ट्रेलिया ने शुक्रवार को अपने गर्मियों के सीज़न का अंतर्राष्ट्रीय कैलेंडर जारी कर दिया। इसके बाद ख़्वाजा ने वनडे क्रिकेट पर अपने विचार रखे। ख़्वाजा ने कहा कि मौजूदा समय में ऐसा नहीं है कि तीनों फ़ॉर्मेंट खेलने वाले खिलाड़ी नहीं बनाए जा सकते लेकिन यह बहुत मुश्किल काम है।
ख़्वाजा ने अनुसार, 'इसके लिए आपको काफ़ी यात्रा करना पड़ेगी। अगर आप तीनों फ़ॉर्मेंट खेलते हैं तो आप घर पर कभी नहीं रहते हैं। इसके अलावा आप मानसिक और शारीरिक रूप से काफ़ी थक जाते हैं।'