रिमझिम बारिश पर कविता : जब-जब पानी आता है...
- गार्गी जमड़ा
जब-जब पानी आता है,
पत्ते, फूल खिलाता है।
बरखा रानी आती है,
रिमझिम पानी लाती है।।
पानी आता झर-झर,
बादल गरजते गर-गर-गर।
बिजली रानी चमकती है,
लगता अच्छा नभ मंडल।।
कभी आता ज्यादा पानी,
कभी आता पानी कम।
कभी कहीं पर बाढ़ बोलती,
कभी बोलता सूखापन।।
साभार - देवपुत्र