• Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. आईटी
  3. आईटी खबर
  4. Whatsapp, licensing system
Written By
Last Modified: नई दिल्ली , मंगलवार, 28 अप्रैल 2015 (10:52 IST)

व्हाट्‍सएप के लिए लाइसेंस प्रणाली चाहती हैं दूरसंचार कंपनियां

व्हाट्‍सएप के लिए लाइसेंस प्रणाली चाहती हैं दूरसंचार कंपनियां - Whatsapp, licensing system
नई दिल्ली। दूरसंचार कंपनियों ने व्हाट्सएप व स्काइप जैसी ओवर द टॉप (ओटीटी) कंपनियों के लिए लाइसेंसिंग प्रणाली बनाने का सुझाव दिया है जबकि प्रौद्योगिकी सेवा प्रदाता व व्यक्तियों ने इंटरनेट तक समान पहुंच की वकालत की है।

उल्लेखनीय है कि दूरसंचार नियामक ट्राई इस समय नेट निरपेक्षता पर नियम बनाने की प्रक्रिया में है। नेट निरपेक्षता को लेकर हाल ही में संसद व संसद के बाहर खूब बहस हुई है। ट्राई को इस मुद्दे पर व्यक्तियों, सेवा प्रदाताओं व उनके संगठनों सहित अन्य लोगों से लगभग 10 लाख टिप्पणियां मिली हैं। ट्राई ने अपने परामर्श पत्र पर मिली सारी टिप्पणियों को सार्वजनिक कर दिया है।


इसके अनुसार ‘समान व मुक्त इंटरनेट’ के लिए समर्थन मुख्य रूप से व्यक्तिगत स्तर पर किया गया है। ट्राई ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने वालों के नाम व ईमेल आईडी सार्वजनिक कर दिए। इसको लेकर सोशल मीडिया पर उसकी खूब खिंचाई हुई। अधिक इस्तेमाल के कारण ट्राई की वेबसाइट भी ठप हो गई।

ट्राई के सचिव सुधीर गुप्ता ने कहा कि वेबसाइट का प्रबंधन करने वाले नेशनल इन्फोरमेटिक्स सेंटर से नेटवर्क की कुछ दिक्कत थी। हालांकि इस दौरान अज्ञात-सी इकाई ने ट्राई की वेबसाइट हैक करने का दावा किया। वेबसाइट शाम को काम करने लगी लेकिन इसमें खुलने में दिक्कत हो रही थी।

ट्राई ने नेट निरपेक्षता पर अपने परामर्श पत्र पर 24 अप्रैल तक टिप्पणियां मांगी थीं। इस पर ‘प्रति टिप्पणियां’ 8 मई तक दी जा सकती हैं। इसके बाद ही खुली चर्चा होगी। ट्राई द्वारा इस मुद्दे पर राय देने वालों के नाम व ईमेल आईडी को सार्वजनिक किए जाने से निजता प्रभावित होने के सवाल पर गुप्ता ने से कहा कि हमें जो भी मिला था उसे हमने वेबसाइट पर डाल दिया।’

ट्राई के परामर्श पत्र पर दूरसंचार कंपनियों ने कहा है कि व्हाट्सएप व स्काइप जैसी ओवर द टॉप (ओटीटी) फर्में भी लाइसेंसशुदा दूरसंचार सेवा प्रदाताओं की तरह ही हैं बस इतना ही फर्क है कि वे इन सेवाओं की पेशकश अपने नेटवर्क के बजाए इंटरनेट के जरिए करती हैं।

इस पर टिप्पणी करने वालों में भारती एयरटेल, वोडाफोन, आइडिया, रिलायंस जियो, रिलायंस कम्युनिकेशंस, सीओएआई, नासकाम, आईएसपीएआई, राज्यसभा सदस्य राजीव चंद्रशेखर भी शामिल हैं। (भाषा)