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Last Updated :दुबई , मंगलवार, 6 जून 2017 (20:04 IST)

कतर को मिला कुवैत का साथ

कतर को मिला कुवैत का साथ - Qatar Terrorism
सऊदी अरब, बहरीन, मिस्त्र और संयुक्त अरब अमीरात ने कतर से रिश्ते खत्म करने का ऐलान कर दिया था। इसके बाद बाद उपजे संकट को देखते हुए कुवैत सामने आया है। कतर के विदेश मंत्री मुहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल थानी ने कहा कि कुवैत इस मामले में मध्यस्थता का प्रयास कर रहा है।
 
विदेश मंत्री ने कहा है कि 'अरब देशों द्वारा दोहा के साथ रिश्ते खत्म करने के बाद उपजे संकट को सुलझाने में कुवैत मध्यस्थता करने की कोशिश कर रहा है कतर के मंत्री ने मंगलवार सुबह कहा है कि कुवैत के शासक ने कतर के अमीर शेख तमीम बिन हम्माद अल थानी को संकट पर संबोधन देने से रुकने को कहा है।
 
विदेश मंत्री शेख मुहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल थानी ने दोहा आधारित समाचार नेटवर्क अलजजीरा को बताया है कि 'उनका देश उन्हें खारिज करता है जो अपनी इच्छा कतर पर थोपने का प्रयास कर रहे हैं। उनका देश उन देशों से दूर रहेगा जो इसके आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने की कोशिश कर रहे हैं।

सऊदी अरब,  बहरीन, मिस्र और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने कतर के साथ अपने सभी तरह के कूटनीतिक संबंध तोड़ते हुए कतर पर आतंकवाद को समर्थन देने का आरोप लगाया।  बहरीन ने आज कहा कि उसके आंतरिक मामलों में दखलंदाजी और खाड़ी के देश में आंतकवाद का समर्थन एवं हस्तक्षेप करने पर उसने कतर के साथ कूटनीतिक संबंध तोड़ दिए हैं। बहरीन की सरकारी समाचार समिति ने कहा कि सरकार ने सऊदी अरब के करीबी सहयोगी कतर के साथ हवाई और समुद्री संबंध तोड़ दिए हैं और अपने नागरिकों को 14 दिनों के अंदर कतर छोड़ने के लिए कहा है।
 
जबकि सऊदी अरब, मिस्र और संयुक्त अरब अमीरात ने कतर के साथ न केवल अपने कूटनीतिक और राजनयिक संबंध तोड़ लिए हैं, बल्कि हवाई व समुद्री संपर्क तोड़ने का भी ऐलान किया है। सऊदी अरब ने अपने फैसले की जानकारी देते हुए कहा कि सऊदी को आतंकवाद और कट्टरपंथ से बचाने के लिए यह कदम उठाना जरूरी हो गया था। सऊदी की आधिकारिक न्यूज एजेंसी ने एक सूत्र के हवाले से बताया कि वह राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर ऐसा कर रहा है। सऊदी ने सभी मित्र राष्ट्रों और कंपनियों से भी अपील की है कि वे भी कतर के साथ सभी तरह के संपर्क तोड़ दें। 
 
मिस्र और यूएई ने भी कतर के साथ सभी तरह के संबंध तोड़ने की घोषणा की है। मिस्र ने जहां कतर पर आतंकवादी संगठनों को समर्थन देने का आरोप लगाया, वहीं यूएई का कहना है कि कतर पूरे पश्चिम एशिया क्षेत्र की सुरक्षा को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है।

सउदी अरब की समाचार एजेंसी एसपीए ने कहा कि रियाद ने कतर के साथ अपने राजनयिक संबंधों को तोड़ लिया है और आतंकवाद तथा चरमपंथ के खतरे के मद्देनजर अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए अपने पड़ोसी देश के साथ लगती सरहद को बंद कर दिया है।
 
एसपीए ने सउदी अरब के एक अधिकारी के हवाले से कहा कि उनके देश ने कतर के साथ राजनयिक एवं काउंसलर रिश्तों को तोड़ने और सभी जमीनी, समुद्री और नागर विमानन बंदरगाहों को बंद करने का निर्णय किया है। सउदी अरब की अगुवाई वाले अरब गठबंधन ने भी कहा है कि उसने कतर को निष्कासित कर दिया है। यह गठबंधन दो साल से यमन में लड़ रहा है। (भाषा)