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Last Updated : रविवार, 4 अक्टूबर 2015 (10:05 IST)

फेसबुक के CEO मार्क जकरबर्ग पर चलेगा धोखाधड़ी का मामला

फेसबुक के CEO मार्क जकरबर्ग पर चलेगा धोखाधड़ी का मामला - Mark Zuckerberg
सेन जोस। फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग पर धोखाधड़ी करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। गुरुवार को प्री ट्रायल के दौरान कैलिफोर्निया की अदालत ने जकरबर्ग को दोषी मानते हुए बेडरूम प्राइवेसी के मामले की औपचारिक सुनवाई अगले सप्ताह से करने का आदेश दिया है। दरअसल एक प्रॉपर्टी डेवलपर ने फेसबुक के CEO जकरबर्ग पर यह केस दर्ज किया है।
जकरबर्ग ने कैलिफोर्निया के पालो अल्टो में मिर्सिया वोस्केरियन से अपने निवास के पीछे वाले घर और वहां की सम्पत्ति खरीदने के लिए 2012 में एक अनुबंध किया था। जकरबर्ग इसलिए यह प्रापर्टी खरीदना चाहते थे क्योंकि वहां से सीधे उनका बेडरूम दिखाई देता था, जिससे वहां चल रही हर गतिविधि से वे रूबरू हो सकें। यही कारण है कि जकरबर्ग वहां की सारी सम्पत्ति खरीदना चाहते थे।
 
मिर्सिया वोस्केरियन को जकरबर्ग ने इस सौदे में लालच भी दिया था कि उनका यह काम हो जाता है तो वे इसके बदले सिलिकॉन वेली में अपने संपर्क के बूते पर उन्हें प्रॉपर्टी के व्यवसाय को बढ़ाने में मदद करेंगे। 
 
मिर्सिया ने कहा कि उन्होंने जकरबर्ग को उनके घर के पीछे वाले घर और वहां की सम्पत्ति खरीदने के लिए 40 प्रतिशत का डिस्काउंट भी दिया था। प्रॉपर्टी का यह सौदा 11 करोड़ रुपए का था।
 
मिर्सिया वोस्केरियन के मुताबिक जकरबर्ग ने मुझे जो लालच दिया था कि वे सिलिकॉन वेली में बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए शीर्ष कंपनियों के सीईओ और अन्य प्रोफेशनल्स से मिलवाएंगे, वह पूरा नहीं किया। यही कारण है कि मिर्सिया वोस्केरियन न्याय पाने के लिए कैलिफोर्निया की अदालत पहुंच गए। अदालत ने आखिरी प्री ट्रॉयल के दौरान जकरबर्क को दोषी माना है।
 
सैन जोस की स्टेट जज पैट्रिशिया लुकास ने इस मामले को खत्म करने का आवेदन भी खारिज कर दिया। साथ ही साथ उन्होंने कहा कि इस मामले में वे जकरबर्ग का पक्ष भी सुनेंगी।

इस मामले का ट्रायल 9 नवंबर से शुरू हो सकता है। जज ने इस मामले में जकरबर्ग के वित्तीय सलाहकार दिवेश माकन को भी डेवलपर के साथ धोखाधड़ी की साजिश रचने का आरोपी माना है जबकि जकरबर्ग के वकील गन ने मौखिक शर्तों पर सवाल उठाते हुए कहा कि जबानी समझौता अस्पष्ट है और बाध्यकारी नहीं है।
 
प्रॉपर्टी डेवलपर मिर्सिया वोस्केरियन के वकील ड्रापर ने सबूत के तौर पर वह ईमेल भी दिखाए जिसमें जकरबर्ग ने इस अनुबंध पर हामी भरी थी। ड्रापर ने कहा कि जकरबर्ग ने अनुबंध तोड़ा और डेवलपर की कोई मदद नहीं की।