ISIS के खिलाफ युद्ध में शामिल नहीं होगा भारत
वॉशिंगटन। भारत पश्चिम एशिया में कुख्यात आईएसआईएस संगठन के खिलाफ जारी संघर्ष में ‘किसी गठबंधन’ में शामिल नहीं होगा लेकिन उसने उस क्षेत्र में आतंकी हमलों के लिए जाने जाने वाले लोगों से जुड़े अहम विषयों से निपटने में अमेरिका के साथ मिलकर काम करने पर सहमति व्यक्त की।
विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने इराक और सीरिया में इस्लामिक स्टेट के खिलाफ आतंकवाद से संबंधित संघर्ष में अमेरिकी नीत गठबंधन के तहत हवाई हमलों में हिस्सेदारी करने के बारे में भारत के रुख को रेखांकित किया, वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ शिखर स्तरीय वार्ता में पश्चिम एशिया में उभरती चुनौतियों के बारे में साझा चिंता व्यक्त की।
शिखर स्तरीय वार्ता के संबंध में मंगलवार को विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव (अमेरिका) विक्रम दुरईस्वामी ने कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ ‘किसी गठबंधन’ में शामिल नहीं होगा लेकिन दोनों पक्ष ऐसे सहयोग पर सहमत हुए हैं जिसके तहत आतंकवाद फैलाने वाले उन तत्वों से निपटा जाएगा, जो दुनियाभर में घूम-घूमकर लोगों को कट्टरपंथी बनाकर उन्हें पश्चिम एशिया में आतंकवादी गतिविधियों में भाग लेने के मकसद से भेजते हैं।
उस क्षेत्र में भारत के कुछ युवकों के भी जाने की खबरों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए बहुत बड़ा मुद्दा है। (भाषा)