• Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. अंतरराष्ट्रीय
  4. 8 year old domestic worker brutally beaten in Pakistan
Written By
Last Updated : गुरुवार, 4 जून 2020 (08:11 IST)

पिंजरे से तोता उड़ने पर 8 साल की घरेलू कामगार की बेरहमी से पिटाई, मौत

पिंजरे से तोता उड़ने पर 8 साल की घरेलू कामगार की बेरहमी से पिटाई, मौत - 8 year old domestic worker brutally beaten in Pakistan
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में एक घरेलू सहायिका के खिलाफ हिंसा का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। 8 साल की एक बच्ची को उसके नियोक्ता ने इतनी बेहरमी से मारा कि उसकी मौत हो गई।

बच्ची का कसूर बस इतना था कि तोते का पिंजरा साफ करते वक्त तोता पिंजरे से उड़ गया था। इस अमानवीय घटना से पूरे पाकिस्तान में बुधवार को लोगों और नेताओं में रोष है और उन्होंने 8 साल की बच्ची के लिए न्याय की मांग की है।

पुलिस ने बताया कि ज़हरा नाम की बच्ची रावलपिंडी में एक दंपति के घर काम करती थी। उसके नियोक्ता उसे घायल अवस्था में बेगम अख्तर रुखसाना मेमोरियल अस्पाल में रविवार को ले कर पहुंचे, जहां उसकी मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि दंपति को उसी दिन गिरफ्तार करके छह जून तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।

रावत पुलिस थाने के अधिकारियों ने बताया कि ज़हरा के नियोक्ता ने स्वीकार किया कि ज़हरा से गलती से उनका कीमती तोता पिंजरे से उड़ गया था और गुस्से में आकर उसने और उसकी पत्नी ने बच्ची को बहुत मारा।

रावत पुलिस थाने में दर्ज शिकायत के अनुसार बच्ची के चेहरे, हाथों, पसलियों के नीचे और पैरों में चोट के निशान थे। प्राथमिकी के अनुसार उसकी जांघों पर भी घाव थे,जिससे बच्ची के साथ यौन दुष्कर्म होने की भी आशंका है।पुलिस ने नमूने फॉरेंसिक टीम को भेज दिए हैं और रिपोर्ट अभी आनी बाकी है।

पुलिस ने बताया कि ज़हरा पंजाब के कोट अद्दू की रहने वाली थी और दंपति ने अपने एक साल के बच्चे की देखरेख के लिए चार माह पूर्व उसे काम पर रखा था।

बच्ची के रिश्तेदारों ने बताया कि दंपति ने बच्ची को काम पर रखने से पहले वादा किया था कि वे उसे शिक्षा देंगे। इस बीच मानवाधिकार मंत्री शीरीन मज़ारी ने कहा कि उनका मंत्रालय इस मामले को देख रहा है।
उन्होंने ट्वीट किया,हमारा वकील मामले को देख रहा है। पति और पत्नी चार दिन की हिरासत में हैं।पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की सांसद शेरी रहमान ने इस घटना पर कहा कि बाल श्रम रुकना चाहिए। पीपीपी की एक अन्य नेता शर्मिला फारुकी ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि अपराध की बर्बरता स्तब्ध कर देने वाली है।(भाषा)