Last Modified: वाशिंगटन ,
सोमवार, 18 जनवरी 2010 (19:07 IST)
आतंकी खतरे पर धारणा से ज्यादा सबूत
अमेरिका के शीर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारी लगातार मिल रहे इन सबूतों का सही आकलन करने में विफल रहे हैं कि अलकायदा संभवत: अमेरिका पर नए सिरे से हमले की तैयारी कर रहा है और आतंकवादियों की ओर से उत्पन्न खतरे के तार यमन से जुड़े हैं।
न्यूयॉर्क टाइम्स ने सोमवार को यह रिपोर्ट दी है।
राष्ट्रपति बराक ओबामा के प्रशासन ने इस महीने की शुरूआत में क्रिसमस के दिन डेट्रायट जाने वाले एक अमेरिकी विमान को उड़ाने की नाकाम कोशिश के बारे में जानकारी पेश की थी।
अखबार कहता है कि लेकिन इस पूरे घटनाक्रम की विस्तृत समीक्षा दिखाती है कि प्रशासन ने जो बात कही उससे कहीं ज्यादा बड़ा खतरा था।
सितंबर में अलकायदा पर संयुक्त राष्ट्र के एक विशेषज्ञ ने वाशिंगटन में नीति निर्माताओं को चेतावनी दी थी कि सउदी अरब में हत्या की एक कोशिश में एक यमनी उग्रवादी द्वारा इस्तेमाल में लाया गया विस्फोटक उपकरण का प्रकार एक विमान में ले जाया जा सकता है।
अमेरिकी खुफिया अधिकारियों ने नवंबर में कहा था कि उन्हें यमन में अलकायदा के लोगों की बातचीत के अंशों से पता चला कि ‘उमर फारुक’ नामक शख्स ने एक अभियान में शामिल होने की इच्छा जतायी थी। विमान के संदिग्ध का भी नाम उमर फारुक अब्दुलमुतालिब था। (भाषा)