Last Modified: ह्यूस्टन ,
मंगलवार, 24 अप्रैल 2012 (18:57 IST)
अमेरिका में इंटरनेट पर खतरे की घंटी!
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अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई ने चेतावनी दी है कि आने वाले महीनों में देश में करीब तीन लाख इंटरनेट इस्तेमालकर्ता इंटरनेट सुविधा से वंचित हो सकते हैं।
साइबर अपराधियों के एक समूह की गिरफ्तारी के बाद यह चेतावनी दी गई है। इस समूह पर आरोप है कि ये कथित रूप से एक ऐसे मैलवेयर से कम्प्यूटरों को संक्रमित कर देते थे, जिससे उन कम्प्यूटरों के वायरस की चपेट में आने का खतरा बढ़ जाता था।
एफबीआई के दो वर्ष तक चले स्टिंग ऑपरेशन घोस्ट क्लिक के बाद गत नवबंर में छह व्यक्तियों को धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया था। ऐसा आरोप है कि इस समूह ने अपने डीएनएस चेंजर मालवेयर से पूरे विश्व में कम्प्यूटरों को संक्रमित किया।
इस मालवेयर ने कम्प्यूटरों के वायरस की चपेट में आने के खतरे को बढ़ा दिया। इसके साथ ही इस मालवेयर ने इंटरनेट इस्तेमालकर्ताओं को धोखाधड़ी वाली वेबसाइट की ओर निर्देशित किया। एक अन्य रूसी संदिग्ध अभी भी फरार है।
एफबीआई का अनुमान है कि इस मालवेयर से पूरे विश्व के करीब 568000 कम्प्यूटर संक्रमित हुए हैं। 9 जुलाई के बाद से अमेरिका में करीब साढ़े तीन लाख कम्पयूटर इंटरनेट से वंचित हो सकते हैं, क्योंकि पूर्व में वे डीएनएस चेंजर मालवेयर से संक्रमित हुए हैं। (भाषा)