अटलजी के उत्तराधिकारी-लालजी टंडन
भाजपा ने इस बार लखनऊ से अपने सबसे बड़े नेता-अटलबिहारी वाजपेयी- के सक्रिय राजनीति से अलग हो जाने के बाद स्थानीय नेता लालजी टंडन को अपना उम्मीदवार बनाया है। वाजपेयी लखनऊ से पाँच बार सांसद चुने जा चुके हैं और वाजपेयी का समर्थन मिलने के बाद ही टंडन को प्रत्याशी बनाया गया। इसलिए वे कहते हैं कि वे अटलजी के अधूरे कामों को पूरा करने के लिए मैदान में हैं। उनका कहना है कि दूसरी पार्टियाँ अपने प्रत्याशियों को मुंबई और कोलकाता से आई हैं लेकिन मैं स्थानीय प्रत्याशी हूँ जोकि शहर का भलीभाँति विकास कर सकता हूँ। मूल रूप से प्रदेश की राजनीति में सक्रिय रहने वाले टंडन प्रदेश की भाजपा सरकारों में मंत्री भी रहे हैं। पिछले विधानसभा चुनावों में उन्होंने जो सम्पत्ति घोषित की थी उसकी तुलना में उनकी सम्पत्ति काफी बढ़ गई है।