ब्रेस्ट इंप्लांट : सेक्सी लगने की खतरनाक होड़
आधुनिक होते समाज में सेक्सी दिखने के लिए तमाम जतन किए जा रहे हैं। स्तन या वक्ष महिलाओं के शरीर का एक अभिन्न अंग होने के साथ ही स्त्रियों के लिए सुंदरता का मापदंड भी है। स्तनों को उभारने या सुडौल बनाने की इच्छा हमेशा से ही महिलाओं को रही है। वर्तमान में स्तनों को सुडौल बनाने के लिए विज्ञान का सहारा लिया जा रहा है। पहले तो ब्रेस्ट इंप्लांट या ब्रेस्ट सर्जरी सिर्फ विदेशों खासतौर पर हॉलीवुड अभिनेत्रियां में ही प्रचलित था लेकिन पिछले कुछ सालों में भारत में भी स्तन संवृद्धि या ब्रेस्ट इंप्लांट काफी लोकप्रिय हो गया है। 1973 में पहली बार भारत में ब्रेस्ट सर्जरी की गई थी तथा गोपनीयता के चलते इंप्लांट करवाने वाली महिला का नाम भी गुप्त रखा गया था। लेकिन अब तो ब्रेस्ट सर्जरी के लिए न केवल ग्लैमर से जुड़ी महिलाएं बल्कि उच्च वर्ग और मध्यम वर्ग से भी काफी महिलाएं और लड़कियां सामने आ रही हैं। हाई सोसाइटी और खूबसूरत दिखने के सामाजिक दबाव ने इस सर्जरी को अब काफी लोकप्रिय बना दिया है। भारत में सुडौल स्तनों का मानों फैशन सा हो गया हो, पहले तो 30 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं द्वारा ही यह सर्जरी करवाई जाती थी लेकिन अब तो कॉलेज जाने वाली लड़कियां भी इंप्लांट्स करवा रही हैं। उल्लेखनीय है कि ब्रेस्ट इंप्लांट में कई खतरे होते हैं लेकिन इसके बावजूद 2010-11 में भारत ब्रेस्ट इंप्लांड सर्जरी के मामले में विश्व में सातवें स्थान पर पहुंच गया है। पिछले दिनों फ्रांस की एक कंपनी पर ब्रेस्ट इंप्लांट में उपयोग किए जाने वाले घटिया सिलीकॉन सप्लाय करने का आरोप लगा था। इन घटिया इंप्लांट से हजारों महिलाओं को काफी परेशानी हुई थी तथा फ्रांसीसी सरकार ने इन महिलाओं को मुफ्त चिकित्सा प्रदान की थी। लेकिन इससे भी ब्रेस्ट इंप्लांट की इच्छुक महिलाओं की संख्या में कोई कमी नहीं आई और आज भी यह सबसे लोकप्रिय सर्जरी मानी जाती है।