मंगलवार, 26 नवंबर 2024
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Written By WD

ड्रायफ्रूट्स खाना जरूरी है...जानिए फायदे

ड्रायफ्रूट्स खाना जरूरी है...जानिए फायदे - Dryfruits
अधिकांशतः यही समझा जाता है कि मेवों में वसा की मात्रा अधिक होती है अतः इनका सेवन हानिकारक होता है। माना कि इनमें वसा अधिक होता है लेकिन ये हानिकारक कतई नहीं होते हैं। वास्तव में मेवों में पॉली असंतृप्त वसा होती है जो बुरे कोलेस्ट्रॉल को कम करती है। वैज्ञानिक शोधों से पता चला है कि मेवों में हृदय तथा अन्य असाध्य रोगों से सुरक्षा प्रदान करने की शक्ति होती है। 

मेवों में हम बादाम, काजू, पिस्ता, अखरोट, किशमिश, केसर, चारोली तथा मूंगफली को मुख्य रूप से शामिल करते हैं। मेवों से जुड़े तथ्य यह हैं कि इनमें वसा की मात्रा अधिक होती है अतः ये अधिक कैलोरी प्रदान करते हैं इसलिए इनका सेवन कम मात्रा में ही करना चाहिए। 

मेवों को तलने या भूनने से उनके गुण नष्ट हो जाते हैं इसलिए इनका इस्तेमाल बिना तले करें। इसके अलावा इनमें नमक मिलाकर प्रयोग करने से इनकी कैलोरी की मात्रा बढ़ती है इसलिए इन्हें फीका ही प्रयोग करें। 
 
यदि एक बार आप मेवों का प्रयोग कर रहे हैं तो फिर पूरे दिन आपको अतिरिक्त कैलोरी लेने की जरूरत नहीं पड़ती। मेवों को मूड बनाने वाले खाद्य भी कहा जाता है अतः आप जब भी अवसाद से घिरा महसूस करें मेवों का प्रयोग कर अपने आपको तरोताजा कर लें। 

मेवों में संतृप्त वसा कम होती है तथा असंतृप्त वसा अधिक होती है। कोलेस्ट्रॉल की मात्रा नगण्य रहती है। इनमें कैंसर से लड़ने वाले तत्व होते हैं। इनमें फाइबर भी होते हैं। 
 
प्रोटीन समृद्ध होने के कारण ये मांसाहारी भोजन का अच्छा विकल्प हैं क्योंकि मेवों में मेवों में अमीनो एसिड जैसे आर्जीनिन पाए जाते हैं। इनमें विटामिन ई, विटामिन बी-6, निएसिन तथा फॉलिक एसिड तथा खनिज लवण मैगनेशियम, जिंक, आयरन, कैल्सियम, कॉपर, सेलेनियम तथा पोटैशियम पाए जाते हैं।

बादाम, अखरोट, काजू, पिस्ता में असंतृप्त वसा पाई जाती है जबकि नारियल तथा खजूर में संतृप्त वसा पाई जाती है। लेकिन नारियल या खजूर को जब कुछ पारंपरिक व्यंजनों में मिलाकर बनाया जाता है तो ये उतने नुकसानदेह नहीं होते।