स्नेहा उल्लाल को आप भूल गए हों तो याद दिला दें कि इन्हें सलमान खान ने अपनी फिल्म ‘लकी - नो टाइम फॉर लव’ के जरिए लाँच किया था। फिल्म प्रदर्शित होने के पूर्व स्नेहा की खूब प्रशंसा की गई थी, उन्हें ऐश्वर्या राय की कॉर्बन कॉपी कहा गया था। फिल्म फ्लॉप हुई और स्नेहा गुमनामी के अंधेरे में गुम हो गई।
स्नेहा का कहना है कि हिंदी फिल्में न मिलने की वजह से वे दक्षिण भारत चली गईं और वहाँ पर उन्होंने कुछ फिल्मों में काम किया। इसके बाद कुछ निर्माताओं को स्नेहा की याद आई और उन्हें दो-तीन हिंदी फिल्में मिलीं।
‘काश मेरे होते’ और ‘क्लिक’ उनकी आगामी दो फिल्में हैं जो शीघ्र रिलीज़ होने वाली हैं। स्नेहा का कहना है कि अभी उनकी उम्र कम है और वे एक बार फिर बॉलीवुड में अपने पैर जमाने की कोशिश कर रही हैं। वे अब ऐश्वर्या की कॉर्बन कॉपी के रूप में नहीं बल्कि स्नेहा के रूप में पहचान बनाना चाहती हैं।