केजरीवाल को मिलेंगी 20 से कम सीटें!
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविन्द केजरीवाल पूरे जोरशोर से दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए जुटे हुए हैं, लेकिन ज्योतिषीय विश्लेषण उनके पक्ष में नजर नहीं आ रहा है।
उनका जन्म 16 अगस्त 1968 को कर्क लग्न मेष राशि में हरियाणा के हिसार के समीप हुआ। उनके जन्म के समय केतु मध्य राहु ग्रहों की स्थिति कालसर्प योग बनाती है, जो कष्टकारी होकर नुकसानदेह है।
केजरीवाल पिछले विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस के सपोर्ट से दिल्ली के मुख्यमंत्री बने व 49 दिनों में ही इस्तीफा देकर लोकसभा लड़ने बनारस पहुंच गए। 'न घर के रहे, न घाट के'। मतलब मुख्यमंत्री की गद्दी भी गई व लोकसभा में भी नहीं पहुंच पाए।
इसलिए सफल नहीं हो पाते अरविन्द केजरीवाल... पढ़ें अगले पेज पर....
उनके जन्म के समय राशि स्वामी मंगल नीच का होकर लग्न में ही है। चन्द्र केंद्र में होकर मेष का होने से नीच भंग हो रहा है, तभी आप उच्च पद पर भी रहे, लेकिन दशम भाव में नीच के शनि ने आपको कहीं भी सफल नहीं होने दिया। यही ग्रहों की माया है।
केजरीवाल की पत्रिका में राजभंग योग होने से वे सफल नहीं होंगे व पहले से कम सीटें विधानसभा में आपकी आएगी। संभव है कि आप 20 से भी कम सीटों पर सिमट जाए। केजरीवाल को हार का भी सामना करना पड़ सकता है। वर्तमान में शनि, मंगल की वृश्चिक राशि पर दृष्टि है व जन्म के समय भी मंगल की मेष राशि पर है। यही स्थिति आपके लिए दुखःदायी है।