मुँहासे हटाएँ योग से
कांतिमय चेहरा सबको लुभाएँ
कांतिमय चेहरा खूबसूरती की पहचान होता है। कम उम्र में ही चेहरे पर मुँहासे निकल आना हमारी चिंता का प्रमुख कारण होते है। मुँहासों से हमारी खूबसूरती पर ग्रहण सा लग जाता है। मुँहासे हटाने के लिए हम कई प्रकार के सौंदर्य प्रसाधनों का इस्तेमाल करते है, कई प्रकार के लेप लगाते है। लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि मुँहासों को योग व प्राणायाम के द्वारा आसानी हटाया जा सकता है। योग एक ऐसी चिकित्सा है। जिससे कई लाइलाज बीमारियों का इलाज भी संभव है। युवाओं की आम समस्या मुँहासों पर भी योग से काबू पाया जा सकता है। तो क्यों न पार्लरों व कॉस्मेटिक्स में फिजूल पैसे खर्च करने की बजाय अपनी दिनचर्या में परिवर्तन लाकर मुँहासे की समस्या से निजात पाई जाए। * क्या है कारण? :- मुँहासों का प्रमुख कारण कब्जियत है। पेट ही सारी बीमारियों का जनक है। यदि पेट में खराबी होगी तो शरीर में अलग-अलग बीमारियाँ होगी। मुख्यत: मुँहासे पानी कम पीने से होते है। पानी हमारे शरीर की प्राथमिक आवश्यक्ता है। पर्याप्त पानी नहीं पीना, फल नहीं खाना, रेशेदार भोजन न लेना आदि ऐसे कारण है जिनसे चेहरे पर मुँहासे हो सकते है। * क्या है उपचार? :- सबसे पहले तो पर्याप्त मात्रा में पानी पिएँ। सुबह जल्दी उठने की आदत डाले और उठकर टहले। कब्जियत को दूर करने के लिए हल्के कुनकुने पानी में नमक और नींबू निचोड़कर उस पानी को पिएँ । शौच आदि से निवृत्त होकर 'शशकासन' करें। इसके लिए दोनों घुटने मोड़कर जमीन पर आसन बिछाकर बैठे फिर पैरों के पंजों को फैलाते हुए एडि़यों को बाहर की तरफ झुकाते हुए कुल्हों को एड़ी पर रखकर बैठे। इसे 'व्रजासन' कहते है। इसके पश्चात दोनों हाँथों को ऊपर उठाकर सामने की तरफ झुके तथा दोनों हाथों को जमीन पर फैलाएँ। ध्यान रहे इस स्थिति में कोहनियाँ सीधी रहे। अब बगैर कूल्हा उठाए नाक और सिर को जमीन पर लगाएँ। ऐसा करते समय गहरी साँस ले व छोड़ें । यह प्रक्रिया बार-बार दोहराएँ।इस आसन के अलावा वज्रासन, धनुरासन व पवनमुक्तासन आदि आसन करना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। परंतु इन आसनों को करने से पूर्व किसी योग विशेषज्ञ से इनको करने की सही प्रक्रिया अवश्य पूछे। ताकि आपको आसन करने का फायदा मिल सके। प्राणायाम से भी रक्त में प्राणवायु का संचार सुचारू रूप से होता है। इससे चेहरे की रौनक बढ़ती है।* इन बातों का ध्यान रखे :- * पर्याप्त मात्रा में पानी पिएँ । * तनाव से यथासंभव बचने का प्रयास करें। * फलों व हरी सब्जियों का सेवन करे। * सुबह जल्दी उठकर योग व प्राणायाम करे। * सुबह-शाम पैदल घुमने जाए।* दिन में दो-तीन बार साफ पानी से चेहरा धोएँ। * हमेशा मुस्कुराते रहें।