गूगल का कहना है कि अब वह अपने सर्च नतीजों में ज्यादा सुरक्षित वेबसाइटों को तरजीह देगा। गूगल सर्च नतीजों में 'एचटीटीपीएस इन्क्रिप्शन' वाले पन्नों को हाईलाइट करने का प्रयोग कर रहा था। अब इसे लागू कर दिया जाएगा।
गूगल ने कहा, 'नतीजे सकारात्मक रहे हैं। अब हम एचटीटीपीएस इनक्रिप्शन पन्नों को ऊंची रैकिंग देंगे।'
गूगल के इस फैसले के बाद वेबसाइटें इनक्रिप्शन के लिए प्रेरित होंगी। इससे हैकिंग का खतरा कम हो जाएगा। हालांकि इनक्रिप्शन लागू करने पर वेबसाइटों का कार्यभार और खर्च बढ़ जाता है।
इनक्रिप्शन से वेबसाइट तो सुरक्षित रहती है, लेकिन इससे खुलने में देरी होती है।
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खर्च और स्पीड : डेटा सुरक्षा कंसलटेंसी सेफनेट से जुड़े जेसन हार्ट कहते हैं, 'पहले खर्च और स्पीड कम होने के कारण संस्थाएं इनक्रिप्शन से बचती थीं, लेकिन अब हाई स्पीड इनक्रिप्शन तकनीक उपलब्ध है। यानी अब खर्च और स्पीड की चिंता नहीं है।'
गूगल ने अपने ब्लॉग में कहा, 'फिलहाल इससे एक प्रतिशत से भी कम नतीजे ही प्रभावित होंगे, लेकिन भविष्य में हम इसे मजबूत करेंगे क्योंकि हम सभी वेबसाइटों को एचटीटीपी या एचटीटीपीएस इनक्रिप्शन लागू करने के लिए प्रेरित करना चाहते हैं ताकि इंटरनेट पर सभी सुरक्षित रहें।'
जीमेल ने 2011 में एचटीटीपीएस लागू किया था जबकि फेसबुक जुलाई 2013 और याहू मार्च 2014 से इनक्रिप्शन का इस्तेमाल कर रही हैं।