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Last Modified: गुरुवार, 24 मई 2018 (12:13 IST)

सोशल: 'कश्मीरी पंडितों से मिलने क्यों नहीं जातीं प्रियंका चोपड़ा?'

सोशल: 'कश्मीरी पंडितों से मिलने क्यों नहीं जातीं प्रियंका चोपड़ा?' - Kashmiri Pandit
बाल अधिकारों के लिए यूनीसेफ़ की गुडविल एंबेसडर और ऐक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा चर्चा में हैं। दो दिन पहले प्रियंका चोपड़ा बांग्लादेश के कॉक्स बाज़ार गई थीं जहां म्यांमार से जान बचाकर भागे रोहिंग्या मुसलमान शरणार्थी कैंपों में रह रहे हैं।
 
प्रियंका चोपड़ा ने इस कैंप की तस्वीरें शेयर करते हुए ट्विटर पर लिखा, ''मैं यूनीसेफ़ की तरफ़ से बांग्लादेश के कॉक्स बाज़ार में हूं। ये दुनिया के सबसे बड़े रिफ्यूजी कैंपों में से एक है।''
 
लेकिन प्रियंका चोपड़ा का इस कैंप में जाना कुछ लोगों को अखर रहा है। कुछ लोग प्रियंका के दौरे को धर्म से जोड़कर आपत्ति जता रहे हैं तो कुछ लोग भारत की दिक्कतों को नज़रअंदाज़ करने की शिकायत कर रहे हैं।

'भारत की दिक्कतें नहीं दिखती'
सोमित नाम के यूज़र ने प्रियंका को जवाब देते हुए लिखा, ''भारत में भी ऐसी दिक्कतें हैं। मुंबई में रहते हुए क्या आपने कभी किसी ऐसी जगह का दौरा किया, जहां लोग दिक्कतों में हैं।''
 
सूरज़ लिखते हैं, ''मैडम कभी कश्मीरी पंडितों के कैंप में चली जाना। अपने देश में ही है। वीज़ा भी नहीं लगेगा इन लोगों से मिलने के लिए।''
 
इंस्टाग्राम पर भूपेश ने लिखा, ''शर्मनाक। रोहिंग्या मुसलमानों से मिलने पहुंची प्रियंका चोपड़ा। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इनके लिए आगे आना चाहिए। हम हिंदू इनकी फ़िल्में देखकर मालामाल करते हैं। जो देश का नहीं, वो गद्दार है।''
 
ट्विटर हैंडल @Dharmarakshak69 धर्मरक्षक ने लिखा, ''ग़रीब बच्चे तो भारत में भी हैं। बांग्लादेश में तो ग़रीबी है। क्या इतनी-सी क़ीमत है तुम्हारी?'' इसी हैंडल से एक और ट्वीट में लिखा गया- जिहादियों के डर से कान पर दुपट्टा डाल रखा है। यहां तो नग्नता ही दिखाती है।''
 
शरद अग्रवाल ने लिखा, ''आज आप जो हैं, भारत की वजह से हैं। पड़ोसी कितने भी अच्छे लगें, लेकिन मैडम ज़रूरत पड़ने पर अपने ही काम आते हैं।''
 
अनंत पटेल लिखते हैं, ''क्या कश्मीरी पंडितों के बच्चे मनुष्य नहीं हैं। देश में बड़ी हुई हो, क्या तुम्हें कश्मीरी पंडितों से इतनी नफ़रत है? यूनीसेफ़ में कश्मीरी पंडितों का मुद्दा क्यों नहीं उठाती।''
 
हालांकि कुछ लोग ऐसे भी हैं जो प्रियंका के इस कैंप में जाने की तारीफ़ कर रहे हैं।
 
सिब्बी ने लिखा, ''मुझे अच्छा लगा कि आपने इस कैंप का दौरा किया। ये बहुत खुशी की बात है कि दुखियारों के चेहरे पर मुस्कान लाने की कोशिश कर रहे हैं।''
 
ट्विटर पर फ़ैन नाम के एक यूज़र ने लिखा, ''इसलिए तो आप अच्छी लगती हैं। जितनी आप ख़ूबसूरत हैं उतना ही आपका दिल भी।''
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