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Last Modified: बुधवार, 7 दिसंबर 2016 (11:38 IST)

आख़िर कितनी संपत्ति छोड़ गई हैं जयललिता?

आख़िर कितनी संपत्ति छोड़ गई हैं जयललिता? - Jayalalithaa assets
- प्रदीप कुमार
 
68 साल की जयललिता अपने पीछे लाखों समर्थक और अन्नाद्रमुक पार्टी को छोड़कर गई हैं। अब आम और ख़ास लोगों में ख़ासी चर्चा इस बात की है कि उनकी कितनी संपत्ति है और वो किसे मिलेगी? फ़िलहाल ये स्पष्ट नहीं है कि क़ानूनी तौर पर उनका कोई वारिस है या नहीं। इसलिए उनकी संपत्ति किसको मिलेगी, इसको लेकर भी कयासों का दौर जारी है।
2016 के विधानसभा चुनाव के दौरान जयललिता ने चेन्नई के डॉ. राधाकृष्णन नगर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा। विधानसभा चुनाव के दौरान भरे गए हलफ़नामे के मुताबिक जयललिता की कुल संपत्ति का मूल्य 113,73,38,586 रुपये था। हलफ़नामे के मुताबिक जयललिता के पास हलफ़नामा भरते वक्त 41000 रुपये कैश में थे। इसके अलावा बैंक खातों में 10,63,83,945 रुपये जमा थे। जयललिता की संपत्ति में 27,44,55,450 रुपये के बांड, डिबेंचर और कंपनियों के शेयर थे। लेकिन ख़ास बात ये है कि जयललिता ने अपना बीमा नहीं कराया था और ना किसी दूसरे तरह का कोई बीमा उन्होंने कराया था।
 
चल संपत्ति में जयललिता के पास दो टोयटा प्राडो एसएयूवी, एक कंटेसा, एक एंबेसडर, महिंद्रा बोलेरो और महिंद्रा जीप सहित कुल नौ गाड़ियां हैं, जिसका बाज़ार मूल्य करीब 42,25,000 रुपये बताया गया है। जयललिता के पास कुछ आभूषण थे, इसकी जानकारी भी उन्होंने हलफ़नामे में दी थी। इसके मुताबिक जयललिता के पास सोने के करीब 21280.300 ग्राम (यानी करीब 21 किलो सोना) मौजूद था, जिसे कर्नाटक के राजस्व विभाग ने जब्त कर लिया था।
 
इसके अलावा जयललिता के पास 1250 किलोग्राम चांदी के आभूषण थे, जिसका बाज़ार मूल्य 3,12,50,000 बताया गया है। यानी कुल मिलाकर जयललिता के पाच 41 करोड़ रुपये से ज्यादा की चल संपत्ति है। दिलचस्प बात ये है कि जयललिता के कुल 25 बैंक ख़ाते हैं। इसमें आय से अधिक संपत्ति जमा करने के मामले में जयललिता के सात एकाउंट फ्रीज़ किए जा चुके हैं। जयललिता के छह बैंक खातों में एक-एक करोड़ से ज़्यादा की रकम है, जबकि दो खातों में 99-99 लाख रूपये से ज़्यादा हैं।
 
अचल संपत्ति के हिसाब से जयललिता पोएस गार्डेन में रह रही थीं। ये उनका अपना निवास है जो करीब 24000 वर्गफ़ीट में फैला हुआ है। इसका बिल्टअप एरिया 21,662 वर्ग फ़ीट है। इसका बाज़ार मूल्य 43.96 करोड़ रुपये बताया गया है। इस मकान को जयललिता ने अपनी मां के साथ वर्ष 1967 में करीब 1,32,009 रुपये में ख़रीदा था।
इस मकान के अलावा जयललिता की अचल संपत्ति में चार कमर्शियल इमारतें शामिल हैं, जिनका कुल मिलाकर बाज़ार मूल्य 13 करोड़ रुपये से ज़्यादा आंका गया है। इनके अलावा खेती के नाम पर जयललिता के पास 14.5 एकड़ का एक प्लॉट तेलंगाना के हैदराबाद में है, जिसका मूल्य करीब 14.78 करोड़ आंका गया है। ये प्लॉट भी जयललिता ने अपनी मां के साथ ही वर्ष 1968 में 1,78,313 रुपये में ख़रीदा था। जयललिता के नाम पर तमिलनाडु के कांचीपुरम ज़िले में 3.43 एकड़ का प्लॉट भी है, जिसका बाज़ार मूल्य 34 लाख रुपये से ज़्यादा है।
 
जयललिता की कुल अचल संपत्ति 72,09,83,190 रुपये की है। चल और अचल संपत्ति को मिलाकर जयललिता की कुल संपत्ति 113 करोड़ के पार जा पहुंचती है। ख़ास बात ये है कि अपने चुनावी हलफ़नामे में जयललिता ने अपना पेशा कृषि बताया है। वैसे जयललिता के ऊपर 2.04 करोड़ रुपये का लोन भी है। उन्होंने ये लोन इंडियन बैंक से लिया था। जयललिता ने बैंक से कुल 1.39 करोड़ रुपये का लोन लिया था, जिसकी देनदारी चुनाव लड़ने के वक्त 2.04 करोड़ रुपये हो गई थी।
 
बीबीसी की तमिल सेवा के मुताबिक जयललिता की अपनी कोई वसीयत थी, इसका पता अब तक नहीं चला है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल ये है कि जयललिता की सम्पत्ति पर किसका हक़ होगा। क़ानूनी रूप से शशिकला और उनका परिवार जयललिता की संपत्ति पर अपना दावा नहीं जता सकता है।
 
जयललिता पर साल 1996 में भारतीय जनता पार्टी के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने आय से अधिक संपत्ति हासिल करने का मामला दर्ज़ कराया था। 18 साल बाद बेंगलुरु की विशेष अदालत ने 27 सितंबर, 2014 को उन्हें दोषी पाते हुए चार साल की क़ैद के साथ 100 करोड़ रुपये ज़ुर्माना की सज़ा सुनाई थी। उन पर साल 1991-1996 के दौरान पहली बार मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए 66.65 करोड़ रुपये (30 किलोग्राम सोना और 12,000 साड़ियां सहित) की संपत्ति जमा करने का आरोप था। हालांकि बाद में 11 मई, 2015 को कर्नाटक हाईकोर्ट ने उन्हें इस मामले में बरी कर दिया था।
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