क्या बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने लाल कृष्ण आडवाणी को मंच से उतारा? फैक्ट चेक
सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से शेयर किया जा रहा है जिसमें ये दिखाने की कोशिश की गई है कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी के साथ बदसलूकी की।
फेसबुक पोस्ट में वीडियो के साथ लोगों ने लिखा है, 'खुलेआम बेइज्जती! अहंकार की पराकाष्ठा अपने बुजुर्ग नेता को पीछे भेज रहे हैं जिन्होंने पार्टी को खड़ा किया।' वायरल वीडियो में दिखाई देता है कि मंच पर बैठे अमित शाह बीजेपी के संस्थापक सदस्यों में से एक लाल कृष्ण आडवाणी को पहली पंक्ति से उठकर पीछे की ओर जाने का इशारा करते हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने हाल ही में कहा था कि शिष्य (नरेंद्र मोदी), गुरु (आडवाणी) के आगे हाथ भी नहीं जोड़ता। स्टेज से उठाकर फेंक दिया गुरु को। जूता मारकर आडवाणी जी को उतारा स्टेज से।' हमने पाया कि राहुल गांधी की इसी टिप्पणी के बाद सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से शेयर होना शुरू हुआ।
यह बात सही है कि साल 1991 से गुजरात के गांधीनगर से सांसद रहे आडवाणी को इस बार बीजेपी ने टिकट नहीं दिया है और उनकी जगह पार्टी अध्यक्ष अमित शाह इस संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बीजेपी ने इस बार 75 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को टिकट नहीं देने का निर्णय किया है और इसीलिए गांधीनगर से आडवाणी की जगह पार्टी अमित शाह को चुनावी मैदान में उतार रही है।
लेकिन ट्विटर और फेसबुक पर सैकड़ों बार शेयर किए जा चुके 23 सेकेंड के इस वीडियो के साथ यह दावा किया जा रहा है कि अमित शाह ने टिकट काटने के बाद लाल कृष्ण आडवाणी के साथ बदसलूकी की। अपनी पड़ताल में हमने पाया कि ये दावा भ्रामक है और वीडियो को एडिट किया गया है।
वीडियो की असलियत
हमने पाया कि वीडियो को एक भ्रामक संदर्भ देने के लिए इसे एडिट करके छोटा किया गया है। यह 9 अगस्त 2014 को नई दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में हुई बीजेपी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक का वीडियो है।
इस बैठक की करीब डेढ़ घंटा लंबी फुटेज देखने से यह साफ हो जाता है कि अमित शाह के बताने पर लाल कृष्ण आडवाणी अगली पंक्ति से उठकर मंच पर पीछे की तरफ बने पोडियम पर अपना भाषण देने गए थे।
ऑरिजनल वीडियो में अमित शाह लाल कृष्ण आडवाणी को कुर्सी पर बैठे हुए ही सभा को संबोधित करने का प्रस्ताव भी देते हुए दिखाई पड़ते हैं। मगर आडवाणी पोडियम पर खड़े होकर भाषण देने का चुनाव करते हैं। जिस वक्त यह सब होता है, उस समय अमित शाह की बगल में बैठे हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो में कुछ क़ागज़ात पढ़ते दिखाई देते हैं। लेकिन जो वीडियो सोशल मीडिया पर सर्कुलेट किया जा रहा है, उसमें सिर्फ़ अमित शाह के पोडियम की ओर इशारा करने और लाल कृष्ण आडवाणी के कुर्सी से उठकर जाने वाला हिस्सा ही दिखाई देता है।
करीब डेढ़ घंटे के इस कार्यक्रम में, अपना भाषण खत्म करने के बाद भी लाल कृष्ण आडवाणी पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के साथ वाली सीट पर ही बैठे हुए थे।
इस कार्यक्रम की पूरी वीडियो भारतीय जनता पार्टी के आधिकारिक यू-ट्यूब पेज पर मौजूद है जिसे देखकर स्पष्ट रूप से ये कहा जा सकता है कि अमित शाह के आडवाणी से बदसलूकी करने का दावा बिल्कुल फर्जी है।