पाकिस्तान के बाद 'मिनी पाकिस्तान' से भिड़ेगी टीम इंडिया, पिछली बार छुड़ा दिए थे पसीने
हांगकांग में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को आठ विकेट से हराकर एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई किया जहां उसे भारत और पाकिस्तान के साथ ग्रुप ए में रखा गया है।यूएई और हांगकांग के लिए एशिया कप क्वालीफायर्स का अंतिम मैच फाइनल जैसा था।
अल अमेरात में बुधवार को खेले गए मैच में यूएई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 19.3 ओवर में 147 रन बनाए। उसकी तरफ से चुंदंगापॉयल रिजवान ने 49 और जावर फरीद ने 43 रन का योगदान दिया। हांगकांग के लिये एहसान खान ने 24 रन देकर चार जबकि आयुष शुक्ला ने 30 रन देकर तीन विकेट लिये।हांगकांग में 19.3 ओवर में दो विकेट पर 149 रन बनाकर जीत दर्ज की। निजाकत खान (39), यासिम मुर्तजा (58) और बाबर हयात (नाबाद 38) ने हांगकांग की जीत में अहम भूमिका निभाई।
हांगकांग ने क्वालीफायर में अपने तीनों मैच जीते और वह छह अंक लेकर तालिका में शीर्ष पर रहा। उसने दूसरी बार एशिया कप में जगह बनाई है। इससे पहले वह 2018 में भी इस प्रतियोगिता का हिस्सा था।यूएई में 27 अगस्त से शुरू होने वाले एशिया कप में हांगकांग 31 अगस्त को भारत और दो सितंबर को पाकिस्तान का सामना करेगा।
एशिया कप में भाग ले रही हांगकांग की टीम को मिनी पाकिस्तान' टीम भी कहा जाता है।पिछली बार टीम में 15 में से 11 खिलाड़ी पाकिस्तानी मूल के थे। इस टीम के पास खुद का मैदान तक नहीं है। यही नहीं, टीम के खिलाड़ी सिर्फ शनिवार और रविवार को अवकाश के दिन ही अभ्यास करते हैं।
बमुश्किल 26 रनों से मैच जीत पाई थी टीम इंडियाएशिया कप 2018 में कमजोर हांगकांग ने भारत को पसीने छुड़ा दिए थे। शिखर धवन की शतकीय पारी के बावजूद भी टीम इंडिया के बल्लेबाज हांगकांग के नौसिखिए गेंदबाजों के सामने बड़ा स्कोर बनाने में विफल रहे थे। शिखर धवन (127) और अंबाती रायुडू (60) के अलावा कोई भी बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सका। दुनिया के बेहतरीन मैच फिनिशर माने जाने वाले महेंद्र सिंह धोनी तो इस मैच में खाता भी नहीं खोल सके थे।
दूसरी ओर हांगकांग के लिए निजाकत खान (92) और अंशुमन रथ (73) ने भारतीय गेंदबाजों को जमकर नसीहत दी थी। दोनों ने पहले विकेट के लिए 174 रनों की जबरदस्त साझेदारी की थी। हांगकांग के खिलाफ मैच में टीम इंडिया की स्थिति को देखते हुए लोगों के जेहन में यह सवाल उठ रहा था कि पाकिस्तान के खिलाफ मैच में भारतीय टीम की रणनीति क्या होगी? लेकिन इस झटके के बाद भारत ने कोई भी कदम गलत नहीं रखा और पूरे एशिया कप में अविजित रही।
300 का आंकड़ा नहीं छू पाए थे भारतीय बल्लेबाजशिखर धवन के वनडे करियर में लगाए गए 14वें करारे शतक (127) की बदौलत भारत ने 50 ओवर में 285 रनों का स्कोर जरूर खड़ा किया था लेकिन इस दौरान उसने 7 विकेट गंवा दिए थे। सूरमा बल्लेबाज और कप्तान रोहित शर्मा ने 23 रन बनाए जबकि महेंद्र सिंह धोनी को खाता खोलने का मौका भी नहीं मिला था। 41 ओवर में जहां स्कोर 3 विकेट खोकर 240 रन था लेकिन 45 रन के भीतर भारत ने 4 विकेट गंवा दिए थे। किंचित शाह ने 39 रन देकर 3 विकेट लिए।
हॉंगकांग की सलामी 174 शतकीय साझेदारी ने दिन में दिखा दिए थे तारेहांगकांग की टीम ने अच्छी शुरुआत करते हुए भारतीय गेंदबाजों को परेशान कर दिया था। निजाकत खान और अंशुमन रथ ने कमजोर गेंदों को अच्छी खासी नसीहतें दी थी। 14वें ओवर में जहां एक ओर भारत का स्कोर 1 विकेट खोकर 71 रन था, वहीं दूसरी तरफ हांगकांग की टीम बिना विकेट गंवाए 82 रन बनाए थे।
भारत के चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव ने भारत को पहली सफलता हांगकांग की सलामी जोड़ी को तोड़कर दिलवाई थी। कुलदीप ने 35वें ओवर की पहली गेंद पर अंशुमन रथ (73) को रोहित शर्मा के हाथों कैच करवाया था। रथ और निजाकत ने पहले विकेट के लिए 174 रन जोड़े थे।
पदार्पण मैच खेल रहे भारत के खलील अहमद ने भारत को दूसरी कामयाबी दिलाई थी। खलील ने हांगकांग के सलामी बल्लेबाज निजाकत को शतक पूरा करने के पहले ही पगबाधा आउट कर डाला था। 92 रन बनाने वाले निजाकत ने 115 गेंदों का सामना किया और 12 चौके और 1 छक्का लगाया था।
इसके बाद अनुभव की कमी के चलते हॉंगकॉंग के अन्य बल्लेबाज स्कोर का पीछा नहीं कर पाए थे नहीं तो यह सदी का सबसे बड़ा उलटफेर कहा जाता।