मोबाइल की तरंगों पर करियर
मोबाइल वैल्यू एडेड सर्विस (वैस) को टेलीकॉम के क्षेत्र में तेजी से उभरती हुई टेक्नोलॉजी के तौर पर देखा जा सकता है। कुछ वर्षों पहले तक टेलीफोन का अर्थ महज बात करने तक सीमित था लेकिन अब इस क्षेत्र में आई विस्फोटक क्रांति की बदौलत मोबाइल फोन के माध्यम से असीमित तरह की सेवाएँ टेलीकॉम कंपनियाँ अपने उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराई जा रही हैं। इनमें एसएमएस, एमएमएस, कॉलर रिंग टोन, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, जीपीएस सर्विस, इंटरनेट ब्राउजिंग, मोबाइल एडवरटाइजमेंट, इन्फोटेनमेंट (न्यूज, स्पोर्ट्स, मौसम, शेयर ट्रेडिंग आदि), एफएम रेडियो, डाउनलोडिंग, ई-मेल सर्विस, वायस रिकॉर्डिंग आदि का जिक्र किया जा सकता है। अब 3जी सर्विस इस दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम कहा जा सकता है। ऐसा नहीं कि इस अंतहीन सूची में अब आने वाले समय में कोई और बढ़ोतरी नहीं होगी। आवश्यकता और उपभोक्ताओं की मांग के अनुसार इसमें नई नई विधाएँ एवं सुविधाएँ जुड़ती रहेंगी।एम-वीएटी के मध्यम से मोबाइल ऑपरेटर्स को कुल आय का लगभग 15 प्रतिशत तक हिस्सा मिलता हैजो कि उसके मुनाफे को बढ़ाने के लिए अत्यंत जरूरी है। दिन प्रतिदिन मोबाइल ऑपरेटर्स के बीच बढ़ती स्पर्धा के कारण कॉल दरों में पहले ही काफी गिरावट आ चुकी है। इससे कंपनियों का मुनाफा कम होता जा रहा है। ऐसे में प्रत्येक मोबाइल कंपनी को अधिक से अधिक उपभोक्ताओं को आकर्षित करना और नए वैस एप्लिकेशंस को निरंतर जोड़ते रहना जरूरी हो चला है। उदाहरण के लिए 3जी सर्विस की लॉन्चिंग से एम-कॉमर्स, गेम्स, डाउनलोड, मोबाइल ब्लॉग्स तथा मोबाइल चेटिंग आदि में बढ़ोतरी होने की संभावनाएँ हैं।अगर दूरसंचार नियामक ट्राई की मानें तो आगामी 5-7 वर्षों में वैस की वृद्धि दर 30 प्रतिशत से अधिक बनी रहेगी। विशेषज्ञों का यह भी कहना है वैस कंपनियों का कारोबार शीघ्र एक से डेढ़ अरब डॉलर के आँकड़े को पार कर जाएगा। इस समय देश में 100 से अधिक मोबाइल वैस कंपनियाँ देश में कार्यरत हैं। इनमें वर्तमान में 15 से 20 हजार प्रोफेशनल काम कर रहे हैं। आने वाले समय में इस संख्या में कम से कम दस गुना बढ़ोतरी की उम्मीद जताई जा रही है।इस प्रकार के प्रोफेशन में जाने के लिए सी, सी++, जावा सरीखे सॉफ्टवेयर की ठोस जानकारी होनी जरूरी है। इतना ही नहीं मोबाइल फोन सॉफ्टवेयर एप्लिकेशन किया जाना भी आवश्यक है। इस क्षेत्र में पैर जमाने के लिए किसी खास प्रकार के कोर्स का नाम नहीं लिया जा सकता है क्योंकि मोबाइल वैल्यू एडेड सर्विस में कई तरह के सॉफ्टवेयरों एवं मोबाइल हार्डवेयर का इस्तेमाल किया जाता है।