Sharad purnima 2025:शरद पूर्णिमा के दिन कब और कैसे रखें चंद्रमा के प्रकाश में खीर या दूध, क्याहै राज

अश्विन माह की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा कहते हैं। इसे कोजागरी पूर्णिमा, रास पूर्णिमा तथा कोजागरी लक्ष्मी पूजा भी कहते हैं। शरद पूर्णिमा के दिन चांद अपनी 16 कलाओं से युक्त होकर धरती पर अमृत की वर्षा करता है। इस तिथि के पौराणिक महत्व के अनुसार इस दिन चंद्रमा की किरणों से अमृत बूंदें झरती हैं। पूर्णिमा की रात में जिस भी चीज पर चंद्रमा की किरणें गिरती हैं उसमें अमृत का संचार होता है। इसलिए शरद पूर्णिमा की रात में खीर बनाकर पूरी रात चंद्रमा की रोशनी में खीर को रखा जाता है और सुबह उठकर यह खीर प्रसाद के रूप में ग्रहण की जाती है। चंद्रमा की रोशनी में रखी गई खीर खाने से शरीर से कई रोग समाप्त होते हैं। साथ ही जिन जातकों की कुंडली में चंद्रमा शुभ फल नहीं देते हैं, उन्हें तो इस खीर का सेवन जरूर करना चाहिए। #sharadpurnima​2025 #Sharadpurnima #Purnima #शरदपूर्णिमा #WebduniaHindi #poornimakabhai​ #कौमुदीपूर्णिमा अपने काम की खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें- https://hindi.webdunia.com/utility सिनेमा जगत (बॉलीवुड) की खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें- https://hindi.webdunia.com/entertainment देश-दुनिया की खबरें, बॉलीवुड न्यूज, धर्म-ज्योतिष आदि पढ़ने के लिए क्लिक करें- https://hindi.webdunia.com/ ऐसे ही वीडियो देखने के लिए चैनल सब्सक्राइब ज़रूर करें- https://www.youtube.com/channel/UCUwiVO9Uq7ks1LWHHY7ZARQ वेबदुनिया हिन्दी के इन सोशल मीडिया चैनल्स पर भी आप जुड़ सकते हैं- Facebook : https://www.facebook.com/webduniahindi/ Twitter : https://twitter.com/webduniahindi Instagram : https://www.instagram.com/webduniahindi/ वेबदुनिया हिन्दी का एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करने के लिए क्लिक करें- https://play.google.com/store/apps/details?id=com.webdunia.app&hl=en