जरा हट के जरा बच के फिल्म समीक्षा: न हट के और न बच के | zara hatke zara bachke Review
निर्देशक लक्ष्मण उतेकर पर ऋषिकेश मुकर्जी और बासु चटर्जी द्वारा बनाई गई मध्यमवर्गीय परिवार केन्द्रित फिल्मों का असर है। लुका छिपी और मिमी के बाद जरा हटके जरा बचके में भी इसकी झलक मिलती है। 1972 में बासु चटर्जी ने 'पिया का घर' जया भादुड़ी और अनिल धवन को लेकर बनाई थी जिसमें एक नवविवाहित दम्पति को शादी के बाद प्राइवेसी ही नहीं मिल पाती क्योंकि घर छोटा है और ढेर सारे रिश्तेदार मौजूद हैं। 'जरा हटके जरा बचके' की कहानी में 'पिया के घर' वाले तत्व मिलते हैं।
#zarahatkezarabachke #zarahatkezarabachkereview #vickykaushal #saraalikhan
अपने काम की खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें-
https://hindi.webdunia.com/utility
सिनेमा जगत (बॉलीवुड) की खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें-
https://hindi.webdunia.com/entertainment
देश-दुनिया की खबरें, बॉलीवुड न्यूज, धर्म-ज्योतिष आदि पढ़ने के लिए क्लिक करें-
https://hindi.webdunia.com/
ऐसे ही वीडियो देखने के लिए चैनल सब्सक्राइब ज़रूर करें-
https://www.youtube.com/channel/UCUwiVO9Uq7ks1LWHHY7ZARQ
वेबदुनिया हिन्दी के इन सोशल मीडिया चैनल्स पर भी आप जुड़ सकते हैं-
Facebook : https://www.facebook.com/webduniahindi/
Twitter : https://twitter.com/webduniahindi
Instagram : https://www.instagram.com/webduniahindi/
वेबदुनिया हिन्दी का एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करने के लिए क्लिक करें-
https://play.google.com/store/apps/details?id=com.webdunia.app&hl=en