Vat savitri amavasya 2023 : वर्ष 2023 में शुक्रवार, 19 मई को वट सावित्री अमावस्या मनाई जा रही है तथा 3 जून, शनिवार को वट सावित्री पूर्णिमा मनाई जाएगी। इस व्रत में वट वृक्ष का पूजन होता है, जो कि ब्रह्मा, विष्णु और महेश का रूप माना जाता है तथा वट वृक्ष की पूजा करने से ये सभी देवता प्रसन्न होकर अपने भक्त की मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं।
आइए यहां जानते हैं इस वर्ष वट सावित्री व्रत पूजन के शुभ मुहूर्त क्या हैं-
ज्येष्ठ अमावस्या/ वट सावित्री व्रत पूजन के मुहूर्त : Vat savitri puja muhurat 2023
19 मई 2023, शुक्रवार : वट सावित्री व्रत
ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या का प्रारंभ- 18 मई, गुरुवार को 09:42 पी एम से शुरू,
अमावस्या का समापन- 19 मई, शुक्रवार को 09:22 पी एम पर।
19 मई 2023, शुक्रवार : दिन का चौघड़िया
चर- 05.28 ए एम से 07.11 ए एम
लाभ- 07.11 ए एम से 08.53 ए एम
अमृत- 08.53 ए एम से 10.35 ए एम
शुभ- 12.18 पी एम से 02.00 पी एम
चर- 05.25 पी एम से 07.07 पी एम
रात्रि का चौघड़िया
लाभ- 09.42 पी एम से 11.00 पी एम
शुभ- 12.17 ए एम से 20 मई को 01.35 ए एम,
अमृत- 01.35 ए एम से 20 मई को 02.53 ए एम,
चर- 02.53 ए एम से 20 मई को 04.10 ए एम तक।
वट सावित्री पूर्णिमा के शुभ मुहूर्त : 3 जून 2023 : Vat savitri purnima puja muhurat 2023
इस बार वट सावित्री पूर्णिमा शनिवार, 3 जून 2023 को मनाई जाएगी।
ज्येष्ठ शुक्ल पूर्णिमा तिथि का प्रारंभ- 03 जून 2023, शनिवार को 11.16 ए एम से,
पूर्णिमा तिथि का समापन- 04 जून 2023, रविवार को 09.11 ए एम पी।
3 जून 2023 : दिन का चौघड़िया
शुभ- 07.07 ए एम से 08.51 ए एम
चर- 12.19 पी एम से 02.03 पी एम
लाभ- 02.03 पी एम से 03.47 पी एम
अमृत- 03.47 पी एम से 05.31 पी एम तक।
रात्रि का चौघड़िया
लाभ- 07.15 पी एम से 08.31 पी एम
शुभ- 09.47 पी एम से 11.03 पी एम
अमृत- 11.03 पी एम से 04 जून को 12.19 ए एम
चर- 12.19 ए एम से 04 जून को 01.35 ए एम
लाभ- 04.07 ए एम से 04 जून को 05.23 ए एम तक।
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