• Webdunia Deals
  1. चुनाव 2022
  2. उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022
  3. न्यूज: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022
  4. Harish Rawat will contest from Lalkuan, this assembly seat came in the eyes of the media
Last Updated : सोमवार, 7 फ़रवरी 2022 (20:25 IST)

हरीश रावत लड़ेंगे लालकुआं से चुनाव, मीडिया की नजरों में आई यह विधानसभा सीट

हरीश रावत लड़ेंगे लालकुआं से चुनाव, मीडिया की नजरों में आई यह विधानसभा सीट - Harish Rawat will contest from Lalkuan, this assembly seat came in the eyes of the media
नैनीताल। उत्तराखंड के कुमाऊं के नैनीताल जिले की लालकुआं ऐसी विधानसभा है, जिसमें राष्ट्रीय मीडिया के साथ-साथ देशभर की नजर है। इस सीट से कांग्रेस के सबसे बड़े नेता और संभावित मुख्यमंत्री के चेहरे हरीश रावत चुनाव लड़ रहे हैं।

दूसरी तरफ भाजपा ने डॉ. मोहन सिंह बिष्ट को टिकट दिया है। डॉ. मोहन सिंह बिष्ट टिकट के लिए देहरादून में हुई भाजपा कोर कमेटी की बैठक के दिन भाजपा में शामिल हुए थे। वे पूर्व में जिला पंचायत चुनाव में लालकुआं से भाजपा का टिकट न मिलने से पार्टी छोड़ निर्दलीय चुनाव जीत गए थे।

उन्होंने पार्टी के टिकट पर जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा और उन्होंने अपने ही भाई और भाजपा के प्रत्याशी इंदरजीत बिष्ट को हराया था।डॉ. मोहन सिंह बिष्ट चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं।आम आदमी पार्टी के इंजीनियर चंद्रशेखर पाण्डेय यहां से चुनाव मैदान में उतरे हैं।

भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों में बागी प्रत्याशी भी इस सीट से हुंकार भर रहे हैं।कांग्रेस से बागी संध्या डालाकोटी और भाजपा से बागी पवन चौहान इस विधानसभा के चुनावी समीकरण को अपनी ओर मोड़ने के प्रयास में रात-दिन एक कर रहे हैं जगह-जगह जाकर वे रो-रो कर भावुक अपील से भी मतदाताओं का ध्यान खींचने में लगे हैं।

भाजपा के 31 शक्ति केंद्र संयोजक और 142 अध्यक्षों की बैठक के बाद ग्राउंड में डिलीवरी देने के लिए भाजपा ने डोर टू डोर पत्रक बांटने शुरू कर दिए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का चेहरा लेकर मैदान में उतरी कांग्रेस के भी पूर्व में मंत्री रहे हरीश दुर्गापाल और नेता हरेन्द्र बोरा कांग्रेस के लिए घर-घर जाकर वोट जुटा रहे हैं।

हरीश दुर्गापाल नारायण दत्त तिवारी के समय के कांग्रेसी और उनके सहयोगी रह चुके हैं।इस चुनाव क्षेत्र में बिन्दुखत्ता एक सर्वाधिक वोट वाला क्षेत्र है, जिसमें एनडी तिवारी की घर-घर पहुंच रही, उनके कारण ही यह बस्ती अस्तित्व में आई।

हरीश रावत ने अपने पिछले मुख्‍यमंत्रित्‍वकाल में यहां लटकी तमाम योजनाओं का क्लियरेंस कराया। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि अगर हरीश रावत जैसे लीडर को यहां से चुन लिया गया तो क्षेत्र के विकास के लिए यह सर्वाधिक लाभकारी फैसला हो सकता है।
ये भी पढ़ें
Uttarakhand Elections 2022 : शिवराज ने राहुल गांधी को कहा राहु और केजरीवाल को केतु