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Written By संदीप श्रीवास्तव
Last Modified: गुरुवार, 16 फ़रवरी 2017 (17:03 IST)

लोकसभा में नहीं, यूपी विधानसभा से बनेगा राम मंदिर निर्माण पर कानून

लोकसभा में नहीं, यूपी विधानसभा से बनेगा राम मंदिर निर्माण पर कानून - UP Election 2017,  Ram Mandir
केंद्रीय विधि राज्यमंत्री पीपी चौधरी ने स्पष्ट किया है कि राम मंदिर निर्माण के लिए लोकसभा कानून पास नहीं कर सकती है। राम मंदिर पर कानून पास करने का अधिकार विधानसभा को है इसलिए राम मंदिर निर्माण के लिए भाजपा का उत्तरप्रदेश में पूर्ण बहुमत में आना जरूरी है। 
उन्होंने इसके लिए सहायक नियम-परिनियम के उपबंधों को भी बताया जबकि महिला सशक्तीकरण पर राज्यसभा में बहुमत का इंतजार करने की बात कही। साथ ही साथ यह भरोसा भी दिलाया कि शीघ्र ही न्यायाधीशों के रिक्त पद भरे जाएंगे और न्यायिक प्रक्रिया में तकनीक का भी उपयोग किया जाएगा, जो मुकदमों की संख्या घटाने और त्वरित न्याय दिलाने में सहायक सिद्ध होगा।
 
यूपी में विधानसभा चुनाव के सिलसिले में चौधरी बुधवार को फैजाबाद जिले में थे। उन्होंने स्पष्ट किया है कि राम मंदिर निर्माण के लिए लोकसभा कानून पास नहीं कर सकती तथा राम मंदिर पर कानून पास करने का अधिकार विधानसभा को है इसलिए राम मंदिर निर्माण के लिए भाजपा का उत्तरप्रदेश में पूर्ण बहुमत में आना जरूरी है।
 
चौधरी ने साफ कर दिया कि हमारा जो चुनाव घोषणा पत्र है उसमें हमने मंदिर बनाने की बात कही है। अगर उस पर जनता हमें बहुमत देती है तो मुझे लगता है कि उस पक्ष में काम किया जाना चाहिए। अगर कानून बनाने की बात आती है तो विधानसभा में कानून बनाया जाना चाहिए लेकिन उसके लिए बहुमत चाहिए। अगर हमारा बहुमत नहीं होगा तो कानून बनाना संभव नहीं होगा। 
 
उन्होंने कहा कि देखिए भारत सरकार के संविधान में 3 तरह की लिस्ट होती हैं। उसके तहत विषय बंटा है कि भारत सरकार किस विषय पर कानून बना सकती है। स्टेट लिस्ट होती है कि कौन-कौन-से विषय पर राज्य सरकार कानून बना सकती है तो इस विषय पर कानून बनाने का काम राज्य सरकार का है, राज्य विधानसभा का है, न कि लोकसभा का। लोकसभा कानून नहीं बना सकती, क्योंकि यह सब्जेक्ट मैटर लोकसभा का नहीं है।
 
महिला सशक्तीकरण पर उन्होंने कहा कि भाजपा इसको लेकर संवेदनशील है और महिला आरक्षण बिल को लाने के लिए राज्यसभा में बहुमत का इंतजार कर रही है। महिलाओं को अगर हम हक पंचायत में देते हैं, नगर पालिका में देते हैं, तो लोकसभा और राज्यसभा में भी देना चाहिए, भाजपा का ऐसा मानना है। लेकिन अभी हमारा लोकसभा में बहुमत है राज्यसभा में नहीं। जिस दिन हमारा बहुमत होगा, भाजपा महिला आरक्षण पर बिल लेकर आएगी ऐसा हम विश्वास दिलाते हैं। 
 
उन्होंने देश में बड़ी संख्या में लंबित मुकदमों का संदर्भ लेते हुए कहा कि शीघ्र ही न्यायाधीशों के रिक्त पद भरे जाएंगे और न्यायिक प्रक्रिया में तकनीक का भी उपयोग किया जाएगा, जो मुकदमों की संख्या घटाने और त्वरित न्याय दिलाने में सहायक होगा। जजों की नियुक्ति के मामले बहुत दिन तक पेंडिंग नहीं रहेंगे। इसके लिए हम जो रेगुलेशन लेकर आ रहे हैं वह है तकनीक का माध्यम। इसके लिए सुप्रीम कोर्ट में जो कोर कमेटी बनी हुई है उससे तालमेल बनाए रखने में हमारा मंत्रालय अग्रसर है। हम चाहते हैं कि अगले 5 सालों में जितने मुकदमे हैं, वे आधे रह जाएं। इसके लिए हमारा मंत्रालय काम कर रहा है।
 
राम मंदिर पर बयान देने वालो को भेजें जेल : विधानसभा चुनाव में धर्म व जाति के आधार पर वोटों की राजनीति न करने पर सर्वोच्च न्यायालय ने भले ही फैसला सुना दिया हो लेकिन 2017 के विधानसभा चुनाव में इन दिनों धर्म, जाति तथा अयोध्या के राम मंदिर-मस्जिद को लेकर बयानबाजी जोरों पर है, यह कहना है बसपा के राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी का।
 
सिद्दीकी फैजाबाद के बीकापुर विधानसभा में बहुजन समाज पार्टी को पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के समर्थन में पहुंचे। सिद्दीकी ने प्रधानमंत्री मोदी पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि चाय बेचने वाले व्यक्ति अब तक 80 करोड़ के सूट पहन चुके हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने प्रदेश की सपा सरकार के मुख्यमंत्री अखिलेश को भी आड़े हाथो लिया और कहा कि जो बाप का नहीं हो सका, वो प्रदेश का क्या होगा?
 
अमित शाह को गिरफ्तार करने की अपील : सिद्दीकी ने अयोध्या के राम मंदिर पर दिए गए बयानों पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को गिरफ्तार करने की अपील की। उन्होंने कहा कि जब कोर्ट ने धर्म व जाति के आधार पर वोट न मांगने का आदेश सुना दिया है तो फिर भाजपा के नेता राम मंदिर-मस्जिद की बात क्यों करते हैं? उन्होंने कहा कि वे चुनाव आयोग से मांग करते हैं कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को राम मंदिर मुद्दे पर की गई बयानबाजी के आधार पर एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार करें।
 
कांग्रेस जैसे डूबते जहाज से गठबंधन क्यों? : सिद्दीकी ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि जो अपने बाप का नहीं हुआ, वो आपका क्या होगा? शिवपाल यादव को बलि का बकरा बताते हुए उन्होंने कहा कि शिवपाल खेमा इनको हराने में जुटा है। उन्होंने कहा कि गठबंधन भी किया है तो कांग्रेस से जिसने हमें 400 से ज्यादा दंगे दिए व हमारी नौकरियों से हमें ही महरुम रखा। सिद्दीकी ने कहा कि अगर काम बोलता है तो फिर कांग्रेस से गठबंधन करने की क्यों जरूरत पड़ गई? कांग्रेस एक डूबता जहाज है।
 
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