गुरुवार, 25 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. आतंकवाद
  3. समाचार
  4. ISIS threat America
Written By
Last Updated : बुधवार, 25 नवंबर 2015 (12:16 IST)

क्या है ISIS का 'ब्रह्मास्त्र', अमेरिका ‍मुश्किल में...

क्या है ISIS का 'ब्रह्मास्त्र', अमेरिका ‍मुश्किल में... - ISIS threat America
नई दिल्ली। पूरी दुनिया को पेरिस में हमला करके दहलाने वाले खूंखार आतंकवादी बगदादी ने ब्रह्मास्त्र चल दिया है, उसने कुछ ऐसा किया है जिससे पूरी दुनिया में फैले अमेरिका के जासूस बेनकाब हो गए हैं। उसने तमाम अमेरिकी जासूसों के छुपे पते, नाम और पहचान का खुलासा कर दिया है।
ये ऐसा हमला है जिसकी काट तलाशना बेहद मुश्किल है, खुद बगदादी के प्यादे इसे आईएसआईएस की हिटलिस्ट बता रहे हैं और आह्वान कर रहे हैं कि अब इन चेहरों को चुन-चुन कर खोज-खोज कर मारो। ये शैतानी काम किया है बगाददी के हैकरों की फौज इस्लामिक स्टेट साइबर आर्मी ने। आखिर कौन है उनकी इस हिटलिस्ट में और क्या उनका अगला निशाना हिंदुस्तान हो सकता है?
 
क्या भारत को, अमेरिका को, ब्रिटेन को, फ्रांस को हर ऐसे देश को जो आतंकवाद को मुंहतोड़ जवाब देने के हक में हैं ये पता है कि उनका मुकाबला किस किस्म की ताकत से है। इस ताकत के पास जुनून में डूबे, मरने को तैयार मानव बमों की फौज है।

इस ताकत के पास बेहिसाब दौलत है, तेल के कुएं हैं और इस ताकत के पास सायबर बम भी है, एक ऐसा बम जो फटता है तो धमाका नहीं होता, बारूद की गंध नहीं आती, लोगों के परखच्चे नहीं उड़ जाते, लेकिन अनगिनत लोग तबाह हो जाते हैं। क्या ये तबाही आने को है? अमेरिका पर क्योंकि फ्रांस पर भयानक हमले करने वाला आतंकवादी गुट आईसिस ने सायबर बम फोड़ दिया है।
यह है इंटरनेट पर आईएसआईएस की धमकी... पढ़ें अगले पेज पर....
 
 
 

आईएसआईएस ने इंटरनेट पर धमकी दी है- हमलावरो, तुम इस्लामिक स्टेट को निशाने पर ले रहे हो, तुम मुसलमानों पर बम बरसा रहे हो, तुम ये जान लो कि हम हर जगह हैं। हम तुम्हारे ई-मेल में हैं, तुम्हारे कंप्यूटर सिस्टम में हैं, हम तुम्हें रोज देख रहे हैं, तुम्हारी हर हरकत रिकॉर्ड कर रहे हैं, हमारे पास तुम्हारे नाम हैं, तुम्हारे पते हैं, हम तुम्हारे सोशल मीडिया के एकाउंट में भी हैं, हम हर खुफिया जानकारी निकाल रहे हैं और तुम्हारी निजी जानकारियां खलीफ के सिपाहियों को दे रहे हैं, जल्द ही वो अल्लाह की इजाजत से तुम्हारी गर्दन पर हमला बोलेंगे और तुम्हारे इलाके को बर्बाद कर देंगे।
 
जब तक दुनिया सोचती कि ये सच है या सिर्फ गीदड़ भभकी, सच सामने आ गया। सालों साल अमेरिका के जिन जासूसों और एजेंट्स के चेहरों पर नकाब पड़े हुए थे। एक झटके में इस क्रूर आतंकवादी संगठन ISIS ने उनके नाम, पते, चेहरे दुनिया के सामने खोल डाले, ISIS के समर्थकों के ट्विटर एकाउंट पर ये नाम आते ही अमेरिका बेतरह चौंक गया।
 
क्योंकि दुनिया से छुपे ये चेहरे दुनिया के सामने आ चुके थे। उनका कवर छिन चुका था, अब वो सीधे दुश्मनों के निशाने पर आ गए थे, जाहिर है आइसिस के इस ब्रह्मास्त्र से एफबीआई और सीआईए के न जाने कितने एजेंट्स और जासूस मार दिए जाएं। आइसिस ने इस लिस्ट को नाम दिया 'Wanted To Be Killed' यानी ये लोग मरना चाहते हैं।
स्पेशल विंग फैलाती है इंटरनेट पर आतंक... क्या है नाम... पढ़ें अगले पेज पर....
 
 

ये काम था ISIS के एक स्पेशल विंग का जिसका नाम है- इस्लामिक स्टेट सायबर आर्मी इसमें शामिल हैं अनगिनत हैकर्स, वो लोग जो इंटरनेट के भेदिए हैं। जो इंटरनेट के ऐसे प्रोग्रामर हैं जो किसी भी साइट को हैक कर सकते हैं, किसी भी सरकारी वेबसाइट में गैरकानूनी तरीके से घुस सकते हैं, उसे रोक सकते हैं, बदल सकते हैं।
 
जमीन पर जेहाद के नाम पर आतंकवाद मचा रहे ISIS ने इंटरनेट पर भी आतंक फैलाने के लिए ये आर्मी बनाई है। हैकर्स की इस फौज ने दावा किया है कि उन्होंने अमेरिका के डिफेंस इंटेलिजेंस, एफबीआई, सीआईए, नेशनल काउंटर टेरेरिज्म सेंटर, नेशनल गार्ड्स और कई अमेरिकी संगठन और एजेंसियों में काम करने वाले लोगों ही नहीं बल्कि खासतौर पर कुवैत, कतर, इराक और अफगानिस्तान में काम कर चुके अमेरिकी फौजियों के नाम, पते और तस्वीरें भी इंटरनेट पर डाल दीं। ताकि वो अपना काम न कर सकें, उन्हें छिपना पड़े, वो अपने दुश्मनों के शिकार बन जाएं। ISIS ने ट्विटर पर एक वीडियो भी डाल दिया। अपने कामों का बखान, दुश्मनों के सर्वनाश का ऐलान।
 
ISIS ने ट्विटर पर भी लिख मारा- ये लिस्ट हमारा बदला है, ये बदला है अनॉनिमस ग्रुप का जिसने आइसिस से जुड़े ट्विटर एकाउंट बंद किए, जिसने हमारे ऑनलाइन फोरम भी कई घंटों के लिए बंद कर दिए थे। हम आपकी जासूसी करेंगे, आपके बारे में पूरी दुनिया को बता देंगे और आपका पैसा भी लूट लेंगे। अब आपकी और आपके परिवार का कोई भी राज राज नहीं रहा।
 
ये जहर उगलने के कुछ ही घंटों बाद ट्विटर ने ये एकाउंट बंद कर दिया, लेकिन आइसिस ने दुनिया भर में फैले अमेरिकी जासूसों और एजेंट्स के नाम, पते और तस्वीरें सबके सामने ले आने की पहले भी दो कोशिश की हैं। इसी साल मार्च और अगस्त में हर बार इस घातक संगठन ने ये भी कहा कि इनके चेहरे देख लो तुम जहां भी हो, इनपर हमला करो, इन्हें खत्म कर दो। ISIS का ये आह्वान दरअसल, लोन वुल्फ अटैक की उनकी रणनीति का हिस्सा थी।
क्या है आईएस की रणनीति... पढ़ें अगले पेज पर....
 
 

लोन वुल्फ यानी अकेला भेड़िया यानी अकेला हमलावर। ये ISIS की रणनीति थी जो जहां है वहीं रहे और हमले का मौका तलाशता रहे, जब मौका मिले अपने निशाने पर हमला बोल दे। पहली बार किसी आतंकवादी संगठन ने लोन वुल्फ का फंडा अपनाया था। ये बेहद खतरनाक था क्योंकि इसके लिए न किसी खास ट्रेनिंग या पैसे की जरूरत पड़ती है, सिर्फ दिमागी ब्रेन वॉश चाहिए जो करने में ISIS उस्ताद है।
 
जाहिर है अब जब अमेरिका के दो ताकतवर संगठनों एफबीआई और सीआईए के जासूसों और एजेंट्स के नाम, चेहरे और पते सामने आ गए हैं तो उन्हें ISIS से प्रभावित ऐसे लोन वुल्फ से बेहद खतरा है। अब अमेरिका को अपने इन एजेंट्स को उनके मिशन से हटाना होगा। सीआईए यानी अमेरिका की सबसे ताकतवर संस्था कहा जाता है कि दुनिया के हर देश, हर टापू, हर इलाके में सीआईए के जासूस मौजूद हैं। 1947 में बने सीआईए में 21 हजार से ज्यादा लोग काम करते हैं, सीआईए का 15 अरब डॉलर का सालाना बजट है।
 
वहीं एफबीआई अमेरिका के भीतर काम करने वाली जांच एजेंसी है। इसमें भी 35 हजार से ज्यादा लोग काम करते हैं, एफबीआई के पास 13,412 स्पेशल एजेंट हैं, जबकि उसका सालाना बजट भी 8 अरब डॉलर से ज्यादा है। अगर अमेरिका की तीसरी जान नेशनल गार्ड्स की बात करें तो इस विशेष सुरक्षा बल में 4,67,587 लोग शामिल हैं।
 
साफ है जमीनी जंग के साथ सायबर वॉर छिड़ चुकी है। ISIS की साइबर फोर्स ने अमेरिका के सेंट्रल कमांड के ट्विटर एकाउंट तक को हैक कर लिया और एक हैश टैग #CyberCaliphate बना कर उस ट्विटर एकाउंट पर लिख मारा I Love you ISIS। वैसे भी आइसिस का मूलमंत्र यही है खलीफाशाही कायम करना, जहां जेहादी गुटों का राज हो और शरिया कानून लागू हो।
और ये ले रहे हैं आईएसआईएस से बदला... पढ़ें अगले पेज पर....
 
 

ये साइबर जंग उस रोज और बढ़ गई जब पेरिस में भयानक आतंकवादी हमले के बाद पूरी दुनिया के सबसे ताकतवर हैकर्स ग्रुप एनॉनिमस ने आइसिस से बदला लेने के लिए ऑपरेशन पेरिस छेड़ दिया। एनॉनिमस शब्द को हिंदी में कहते हैं अज्ञात। अज्ञात ने आइसिस को इंटरनेट पर धूल चटाने के लिए उसके जुड़े 5500 ट्विटर एकाउंट बंद कर डाले, इसके अलावा ISIS का इंटरनेट फोरम भी कम से कम एक दिन के लिए बैठा दिया। अज्ञात पर ISIS समर्थकों का गुस्सा भड़क उठा।
 
न...अरे तुम क्या हैक करोगे? तुम्हें उससे मिलेगा क्या? तुम लोग मूर्ख हो, तुम्हें नहीं पता कि ऐसा करके तुमने नर्क के दरवाजे खोल दिए हैं। तुम देख लेना, हम गलत नहीं कहते थे कि आईएसआईएस इंटरनेट की दुनिया का भी बादशाह है। एक ही दिन में ये साबित कर देंगे। तुम लोग एकाउंट डिलीट कर सकते हो, उन्हें हैक कर सकते हो लेकिन तुम लोग ये सच कैसे बदलोगे, तुम लोग दिमाग और दिल को कैसे हैक करोगे?
 
तो क्या दुनिया भर के हैकर्स का एनॉनिमस ग्रुप आतंक के इन परकालों को इंटरनेट पर से मिटा सकता है? क्या ये जंग भी लंबी चलेगी। इंटरनेट के जानकारों का कहना है कि आतंक फैलाने के लिए आईएसआईएस को इंटरनेट चाहिए, लेकिन अब ट्विटर पर उसके एकाउंट बंद होने से उसने दूसरी जगहों से मुंह उठाना शुरू कर दिया है।
 
बताया जा रह है कि एनॉनिमस से ट्विटर पर हारने के बाद आईएसआईएस की हैकर्स फोर्स ने अब तीन नए प्लेटफॉर्म खोज लिए हैं। इतना ही नहीं समझा जा रहा है कि अब आइसिस अपने नफरत भरे वीडियो लोगों तक पहुंचाने के लिए DARK NET का सहारा ले रहा है, ये नया प्लेटफॉर्म है जिसे खोलने के लिए दूसरी तरह की तकनीक जरूरी होती है। बदलते वक्त के साथ आईएसआईएस भी बदल रहा है, यही सबसे अधिक चिंताजनक है। (khabar.ibnlive.com से)