मोल्स ने किया जीतन का बचाव
वेलिंगटन की बेसिन रिजर्व मैदान की पिच भले ही मटमैली दिखती हो लेकिन भारत के खिलाफ तीसरे और अंतिम टेस्ट मैच में स्पिनर जीतन पटेल को न्यूजीलैंड टीम में नहीं खिलाने के निर्णय का कोच एंडी मोल्स ने पुरजोर बचाव किया है।भारत के खिलाफ नेपियर में खेले गए दूसरे टेस्ट में सचिन तेंडुलकर, वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर जैसे धुरंधर बल्लेबाजों सहित चार विकेट झटककर भारतीय मूल के जीतन सबसे असरदार कीवी बल्लेबाज साबित हुए थे, लेकिन इतने अच्छे प्रदर्शन के बावजूद जीतन को आखिरी टेस्ट के लिए टीम में जगह नहीं दी गई।हालाँकि चयनकर्ताओं के इस निर्णय का मोल्स ने बचाव करते हुए कहा कि टीम का चयन करने से पहले हम पिच का जायजा लेते हैं और उसी के अनुरूप खिलाड़ियों का चयन किया जाता है।समाचार पत्र 'संडे न्यूज' ने मोल्स के हवाले से लिखा है कि जीतन ने नेपियर में वास्तव में अच्छी गेंदबाजी की तथा इसमें कोई शक नहीं कि जब भी विकेट दो स्पिनरों के अनुकूल रहती है तो हमें उनके स्तर का दूसरा गेंदबाज मिल जाता है। दूसरी तरफ जीतन टीम में स्थान नहीं मिलने से काफी निराश हैं। उन्होंने कहा कि पिछले करीब छह महीनों से मेरे लिए चीजें काफी निराशाजनक रहीं। मैं नेट पर काफी मेहनत करता हूँ, लेकिन इसके बावजूद मुझे अधिक क्रिकेट खेलने का मौका नहीं मिलता। यदि आप नहीं खेल रहे हैं तो आपके लिए यह निर्णय करना कठिन है कि आपका प्रदर्शन कैसा है। उन्होंने कहा कि पिच पर घास रहने के बावजूद यदि मुझे टीम के लिए खेलने का मौका नहीं दिया जाता है तो मैं काफी बुरा महसूस करता हूँ। मैं खाली बैठे रहने से नफरत करता हूँ। खेलना मेरा काम है और मैं खेलने के लिए ही पूरे सप्ताह अभ्यास करता रहा।