मंगलवार, 3 दिसंबर 2024
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Written By वार्ता

अब जिंदगी की नई पारी शुरू करूँगा-गांगुली

अब जिंदगी की नई पारी शुरू करूँगा-गांगुली -
अपनी विशिष्ट शख्सियत के जरिये क्रिकेट जगत पर अमिट छाप छोड़ने वाले पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली मैदान पर अपने जीवटभरे आक्रामक खेल का प्रदर्शन करते हुए अब कभी नहीं दिखाई देंगे।

गांगुली ने बंगाल रणजी टीम की तरफ से रविवार को यहाँ अपना अंतिम प्रथम श्रेणी मैच खेला और इसके साथ ही भारतीय क्रिकेट के एक घटनापूर्ण अध्याय का औपचारिक समापन हो गया। गांगुली ने पिछले ही महीने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नागपुर टेस्ट खेलकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा बोल दिया था।

मगर 37 वर्षीय गांगुली के लिए यह पल जिंदगी की एक नई की शुरुआत का पैगाम लेकर आया है। गांगुली ने मैदान पर अपना अंतिम दिन बिताने के बाद संवाददाताओं से कहा- मैंने काफी क्रिकेट खेला है और आज एक खिलाड़ी के तौर पर इसका समापन होने से खुशी भी महसूस कर रहा हूँ। हरेक खिलाड़ी को कभी न कभी इस स्थिति से गुजरना ही पड़ता है।

जब उनसे यह पूछा गया कि करीब 18 वर्षों तक क्रिकेट खेलने के बाद इससे अलग होने पर कैसा महसूस हो रहा है? गांगुली ने कहा कि क्रिकेट के बाद भी तो जिंदगी होती है। अब जिंदगी की नई पारी शुरू करूँगा। मैं बस इतना ही कह सकता हूँ कि क्रिकेट को मैं अधिक 'मिस' नहीं करूँगा।

हालाँकि गांगुली ने अपनी भावी योजनाओं का खुलासा नहीं किया, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि वे क्रिकेट स्तंभकार और कमेंटेटर के तौर पर आगे भी इस खेल से जुड़े रहेंगे। उन्होंने अखबारों के लिए कॉलम लिखना तो शुरू भी कर दिया है। इसके अलावा भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने गांगुली को अपनी तकनीकी समिति का सदस्य बना दिया है।

इससे पहले सुबह के समय जब गांगुली मैदान में फील्डिंग करने उतरे तो उनकी टीम के खिलाड़ियों ने उनके सम्मान में 'गार्ड ऑफ ऑनर' दिया। मैदान पर अपने पसंदीदा खिलाड़ी को देखने के लिए सैकड़ों युवा दर्शक आए हुए थे और उन्होंने गांगुली की हरेक हरकत पर तालियाँ बजाकर शाबाशी दी।

लेकिन गांगुली को अंतिम बार बल्लेबाजी करते हुए देखने की क्रिकेटप्रेमियों की ख्वाहिश पूरी नहीं हो सकी। दरअसल गांगुली बंगाल की दूसरी पारी के बीच में ही कोलकाता का विमान पकड़ने के लिए हवाई अड्डे रवाना हो गए।

हालाँकि बंगाल ने रणजी ट्रॉफी के नाक आउट चरण में पहुँचकर अपने इस दिग्गज क्रिकेटर के विदाई मैच को यादगार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। गांगुली अपनी टीम की इस कामयाबी से खासे खुश नजर आए।

गांगुली ने कहा कि इस प्रदर्शन से इस युवा टीम का आत्मविश्वास बढ़ेगा और यह खिलाड़ी भविष्य में और अच्छा प्रदर्शन कर पाएँगे। दरअसल छह-सात खिलाड़ियों के इंडियन क्रिकेट लीग (आईसीएल) में जाने से यह टीम कमजोर हो गई थी, लेकिन अब हमारे पास कई अच्छे युवा खिलाड़ी हैं। अब बंगाल क्रिकेट का भविष्य इन्हीं लोगों के हाथों में है।