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Written By वार्ता

'चीन की दीवार' तोड़कर साइना बनीं चैम्पियन

''चीन की दीवार'' तोड़कर साइना बनीं चैम्पियन -
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भारतीय सुपर स्टार साइना नेहवाल ने एक गेम से पिछड़ने के बाद साहसिक वापसी करते हुए चौथी सीड चीन की जुइरई ली को आज 13-21, 22-20 21-19 से हराकर तीसरी बार इंडोनेशिया ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट जीत लिया।

विश्व की पांचवे नम्बर की खिलाड़ी और पांचवी सीड साइना ने एक घंटे चार मिनट में चीन की दीवार भेदते हुए इस वर्ष का तीसरा खिताब अपने नाम किया। साइना ने इंडोनेशिया ओपन से तुरंत पहले थाई ओपन और मार्च में स्विस ओपन का खिताब जीता था।

साइना का यह तीसरा इंडोनेशिया ओपन खिताब है। वह यहां 2009 और 2010 में भी चैम्पियन रह चुकी है। साइना ने लगातार दो सप्ताह में दो खिताब जीतकर लंदन ओलिम्पिक के लिए अपनी मजबूत तैयारी का संकेत दे दिया है।

साइना इस मुकाबले से पहले जुइरई ली के खिलाफ पांच मैचों में सिर्फ एक जीत पाई थीं लेकिन इस जीत के बाद दोनों के बीच छह मुकाबलों में फासला घट गया है। साइना की यह खिताबी सफलता इसलिए भी मायने रखती है क्योंकि अपने खिताबी सफर में साइना ने तीसरी सीड चीन की शिजियान वांग और चौथी सीड जुइरई को हराया।

जुईरई ने कल सेमीफाइनल में टॉप सीड खिलाड़ी अपने ही देश की यिहान वांग को लगातार गेमों में हराया था। जुईरई ने जब साइना से पहला गेम 21-13 से जीत लिया तो भारतीय समर्थकों की धडकनें तेज हो गईं थीं कि कहीं साइना का सपना फिर चीन की दीवार से टकरा न टूट जाए लेकिन जीवट की धनी ओर आखिरी अंक तक जूझने वाली साइना ने चमत्कारिक वापसी करते हुए अगले दो गेम जीत कर चीनी दीवार पर तिरंगा फहरा दिया।

निश्चित रूप से यह बेहतरीन खिताबी मुकाबला था, जिसमें दोनों खिलाड़ियों ने उच्च स्तरीय खेल का प्रदर्शन कर सभी को तालियां बजाने के लिए मजबूर कर दिया।

मैच में संघर्ष इतना जबरदस्त था जिसका अंदाजा इस तथ्य से लगाया जा सकता है कि जुईरई ने 44 स्मैश विनर और 13 नेट विनर मारे जबकि साइना ने 38 स्मैश विनर और 12 नेट विनर मारे। साइना के छह क्लीयर विनर जुईरई के तीन क्लीयर विनर पर भारी पड़े।

पहले गेम में आश्चर्यजनक रूप से साइना का खेल उखड़ा रहा। न तो उनकी सर्विस बढ़िया पड़ रही थी और न ही स्मैश जिसका फायदा उठाकर चीनी खिलाड़ी ने शुरुआत से ही बढ़त बनाए रखते हुए पहला गेम 21-13 पर समाप्त कर दिया।

साइना पहले गेम के झटके से संभलीं और उन्होंने अपनी रणनीति में परिवर्तन लाते हुए ज्यादा आक्रामकता दिखाई और 13-8 से आगे हो गईं जुईरई ने संघर्ष नहीं छोड़ा और सकोर 14-15 कर दिया' साइना ने लगातार तीन अंक लेते हुए सकोर 18-14 किया। चीनी खिलाड़ी ने फिर लगातार छह अंक लेते हुए सकोर 20-18 किया और मैच अंक पर पहुंच गईं।

लेकिन इस निर्णायक मौके पर साइना ने अपना सारा अनुभव झोंकते हुए लगातार चार अंक लिए और गेम 22-20 से जीत कर मैच को 1-1 की बराबरी पर ला खड़ा किया। निर्णायक तीसरे गेम में तो सांसों को रोक देने वाला रोमांचक संघर्ष हुआ। कभी साइना आगे तो कभी जुइरई। एक-एक अंक के लिए दोनों खिलाड़ी कोर्ट के हर कोने से शटल नौटा रही थीं।

साइना 5-2 से आगे हुई तो जुइरई लगातार पांच अंक लेकर 7-5 से आगे हो गई। साइना ने फिर 13-11 की बढ़त बनाई तो जुईरई ने बराबरी हासिल की। साइना ने 14-14 की बराबरी के बाद पीछे मुडकर नहीं देखा। साइना लगातार आगे बनी रहीं और 19-16 के सकोर पर पहुंच गईं। जुईरई ने फिर स्कोर 18-19 किया।

साइना 20-18 के स्कोर पर खिताब से एक अंक दूर रह गईं। चीनी खिलाड़ी ने स्कोर 19-20 कर दिया लेकिन साइना ने विजयी अंक हासिल करते हुए 21-19 से गेम समाप्त कर लगातार दूसरा और वर्ष का तीसरा खिताब अपनी झोली में डाल लिया।

22 वर्षीय साइना ने अपनी खिताबी जीत के बाद कहा बहुत ही मुश्किल मुकाबला था लेकिन मुझे यहां दर्शकों से भरपूर समर्थन मिला। यहां मुझे वाकई अच्छा लगता है और जब भी कोर्ट में उतरती हूं तो मुझे चैम्पियन जैसा अहसास होता है।

इस बीच सातवीं वरीयता प्राप्त इंडोनेशिया के साइमन सांतोसो ने बैडमिंटन की महाशक्ति चीन को एक और चोट पहुंचाते हुए आठवीं वरीयता प्राप्त चीनी खिलाड़ी द् पेंगयू को एक घंटे 19 मिनट में 21-18, 13-21, 21-11 से हराकर पुरुष एकल खिताब जीत लिया।

महिला युगल का खिताब टॉप सीड चीनी जोडी जियोली वांग और यांग यू के हिस्से में गया जबकि पुरुष युगल खिताब दूसरी सीड कोरियाई जोड़ी जेई सुंग जुंग और योंग देई ली की झोली में गया। (वार्ता)