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Last Modified: रविवार, 23 अगस्त 2015 (21:56 IST)

100 मीटर के फिर बादशाह बने बोल्ट

100 मीटर के फिर बादशाह बने बोल्ट - Usain Bolt
बीजिंग। दुनिया के सबसे तेज धावक जमैका के उसेन बोल्ट ने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अपनी बादशाहत कायम रखते हुए रविवार को अपने नजदीकी प्रतिद्वंद्वी अमेरिका के जस्टिन गैटलिन को पीछे छोड़ते हुए 9.79 सेकंड में 100 मीटर दौड़ जीतकर अपना खिताब बरकरार रखा।
        
ओलंपिक और विश्व रिकॉर्डधारी बोल्ट ने इस साल की अपनी फिटनेस परेशानी को दरकिनार रखते हुए दुनिया के सबसे तेज धावक की अपनी प्रतिष्ठा को बरकरार रखा। पिछले दो वर्षों से जबरदस्त फार्म में चल रहे गैटलिन 9.80 सेकंड के साथ रजत पदक ही हासिल कर पाए। अमेरिका के ट्रेवोन ब्रोमेल 9.92 सेकंड के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
 
मौजूदा ओलंपिक चैंपियन बोल्ट 2007 से लेकर अब तक 100 या 200 मीटर में छह बड़ी चैंपियनशिप में एक बार भी पराजित नहीं हुए हैं। हालांकि वह 2011 में देगू विश्व चैंपियनशिप में 100 मीटर दौड़ में अयोग्य करार दिए गए थे। 
      
29 वर्षीय बोल्ट अब बीजिंग में बर्ड्स नेस्ट स्टेडियम में 100 और 200 मीटर का डबल पूरा करने के लक्ष्य के साथ उतरेंगे। यही वह स्टेडियम है जहां बोल्ट ने 2008 के बीजिंग ओलंपिक में अपनी कामयाबी से तहलका मचाया था। विश्व चैंपियनशिप की 200 मीटर रेस गुरुवार को होनी है।
     
बोल्ट 100 मीटर में तीसरी बार विश्व खिताब जीतने के साथ ही अमेरिका के महान धावकों कार्ल लुईस और मोरिस ग्रीन की विशिष्ट श्रेणी में पहुंच गए हैं जिन्होंने तीन बार इस रेस में विश्व खिताब हासिल किए थे।
 
29 वर्षीय बोल्ट सेमीफाइनल में ब्लाक से निकलते हुए लड़खड़ा गए थे लेकिन उन्होंने 9.96 सेकंड में अपनी सेमीफाइनल रेस जीत ली थी। गैटलिन ने सेमीफाइनल में 9.77 सेकंड का समय निकला था और इस समय को देखते हुए वह खिताब के प्रबल दावेदार माने जा रहे थे।
     
33 वर्षीय गैटलिन पिछली 28 रेसों से अपराजित थे लेकिन फाइनल में बोल्ट उन पर बीस साबित हुए और उन्होंने गजब का फर्राटा लगाते हुए 9.79 सेकंड में अपना नौंवा विश्व स्वर्ण पदक जीत लिया। 
        
इस बीच ओलंपिक चैंपियन ब्रिटेन की जेसिका एनिस हिल ने हेप्टाथलन का अपना विश्व खिताब बरकरार रखा। वर्ष 2009 में बर्लिन में विश्व खिताब जीतने वाली हिल ने 6669 अंकों के साथ विश्व खिताब अपने नाम किया। कनाडा की ब्रायन थिएसन ईटन ने 6554 अंकों के साथ रजत और लातविया की एल इकोनीस अल्मीदीना ने 6516 अंकों के साथ कांस्य पदक जीता।
  
पुरुषों की गोला फेंक स्पर्धा में अमेरिका के जो कोवाक्स ने 21.93 मीटर की थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता। इस स्पर्धा में जर्मनी के डेविड स्ट्रोल (21.74) को रजत और जमैका के ओ डेन रिचर्ड्स (21.69) को कांस्य पदक मिला। भारत के इंदरजीत सिंह फाइनल में तो पहुंचे लेकिन 19.52 मीटर की थ्रो के साथ 11 वें स्थान पर रहे।
      
20 किमी. पैदल चाल का स्वर्ण स्पेन के मिगुएल एंजेल लोपेज ने एक घंटे 19 मिनट 14 सेकंड के अपने सर्वश्रेष्ठ समय के साथ जीता। चीन के झेन वांग (1:19.29) को रजत और कनाडा के बेंजामिन थार्न (1:19.57)को कांस्य पदक मिला।
        
तार गोला फेंक का स्वर्ण पदक पोलैंड के पावेल फाजडैक ने अपने चौथे प्रयास में 80.88 मीटर की दूरी नापकर जीता और अपना विश्व खिताब बरकरार रखा। उनका कोई भी प्रतिद्वंद्वी 80 मीटर तक नहीं पहुंच सका। ताजिकिस्तान के दिलशोद नजारोव (78.55) को रजत और पोलैंड के ही वोजसिएक नोविकी (78.55) को कांस्य पदक मिला।           
      
नजारोव ने अपनी दूरी पांचवें प्रयास में हासिल की थी जबकि नोविकी छठे और आखिरी प्रयास में इस दूरी तक पहुंचे। इस कारण नजारोव को रजत और नोविकी को कांस्य पदक मिला। (वार्ता)