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Last Modified: बर्मिंघम , रविवार, 18 मार्च 2018 (15:02 IST)

इतिहास बनाने से चूकीं पीवी सिंधु

इतिहास बनाने से चूकीं पीवी सिंधु - PV Sindhu
बर्मिंघम। ओलंपिक रजत पदक विजेता भारत की पीवी सिंधु का ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने का सपना जापान की अकाने यामागूची के हाथों कड़े संघर्ष के बाद 21-19, 19-21, 18-21 की हार के साथ न सिर्फ टूट गया बल्कि वे इतिहास बनाने से भी चूक गईं।
 
विश्व रैंकिंग में तीसरे नंबर की भारतीय खिलाड़ी का दूसरी सीड यामागूची के खिलाफ 6-3 का करियर रिकॉर्ड था और उनके पास मैच जीतने के पूरे मौके थे लेकिन उन्होंने 1 घंटे 20 मिनट तक चले मैराथन संघर्ष के बावजूद तमाम अहम मौके गंवाए। सिंधु का इस हार से ऑल इंग्लैंड के फाइनल में पहुंचने वाली 5वीं भारतीय खिलाड़ी बनने का सपना टूट गया।
 
प्रकाश नाथ 1947, प्रकाश पादुकोण 1980 और 1981, मौजूदा राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद 2001 और साइना नेहवाल 2015 में ऑल इंग्लैंड के फाइनल में पहुंचे थे। इनमें से पादुकोण और गोपीचंद ही खिताब जीत पाए हैं। यामागूची का फाइनल में विश्व की नंबर 1 खिलाड़ी और गत चैंपियन ताइपे की तेई जू यिंग से मुकाबला होगा जिन्होंने 8वीं सीड चीन की चेन यूफेई को 1 घंटे 4 मिनट में 21-15, 20-22, 21-13 से हराकर फाइनल में जगह बनाई।
 
चौथी वरीयता प्राप्त सिंधु ने लगातार चौथा मुकाबला 3 गेमों का खेला। पहला गेम एक समय सिंधु के कब्जे में था, जब उन्होंने 17-11 की बढ़त बना ली थी लेकिन यामागूची ने वापसी करते हुए स्कोर 17-17 से बराबर कर दिया। सिंधु फिर जापानी खिलाड़ी की 2 बेजां भूलों से 20-18 की बढ़त के साथ गेम अंक पर पहुंच गईं। यामागूची ने 1 अंक लेकर स्कोर 19-20 कर दिया लेकिन सिंधु ने जबरदस्त स्मैश लगते हुए पहला गेम 21-19 पर समाप्त कर दिया।
 
एक गेम की बढ़त बनाने के बाद सिंधु ने दूसरे गेम में गलतियां कीं जिसका फायदा उठाकर जापानी खिलाड़ी ने 18-14 की बढ़त बना ली। सिंधु ने वापसी करते हुए स्कोर 18-19 किया लेकिन उनकी एक गलती उन पर भारी पड़ गई और यामागूची ने दूसरा गेम 21-19 से जीतकर मैच में बराबरी कर ली।
 
दोनों के बीच इस दौरान हुए कड़े संघर्ष का अंदाजा इस तथ्य से लगाया जा सकता है कि एक बार 33 और फिर 35 शॉट की भी रैली हुई। निर्णायक गेम में मुकाबला जोरदार रहा  और इस दौरान 44 शॉट की रैली हुई। सिंधु ने 13-7 की बढ़त बना ली लेकिन यामागूची ने अपनी पूरी कोशिश करते हुए स्कोर 11-13, 13-14 और 14-14 कर दिया। संघर्ष चलता रहा और स्कोर 17-17, 18-18 से बराबर हो गया। यहां सिंधु ने गलतियां कीं जिसका फायदा उठाकर जापानी खिलाड़ी ने लगातार 3 अंक लेकर मैच अपने नाम कर लिया।
 
इससे पहले भारत के एचएस प्रणय शनिवार को पुरुष एकल क्वार्टर फाइनल में हारकर बाहर हो गए। गैर वरीय प्रणय को चीन के हुयांग यूजियांग ने 1 घंटे 17 मिनट तक चले मैराथन संघर्ष में 20-22, 21-16, 23-21 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। विश्व रैंकिंग में 16वें नंबर के भारतीय खिलाड़ी की 42 रैंकिंग के चीनी खिलाड़ी के हाथों 4 करियर मुकाबलों में यह दूसरी हार थी। (वार्ता) 
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