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Last Modified: रविवार, 26 जून 2016 (17:55 IST)

..जब सुशील कुमार को दी गई थी संन्यास की सलाह

..जब सुशील कुमार को दी गई थी संन्यास की सलाह - other sports news, Sushil Kumar, star wrestler, retired
नई दिल्ली। लगातार दो ओलंपिक में पदक जीतने वाले देश के एकमात्र खिलाड़ी पहलवान सुशील कुमार इस बार रियो ओलंपिक में हिस्सा नहीं ले पाएंगे जिससे उनका लगातार 3 ओलंपिक में पदक जीतने का सपना टूट गया है। लेकिन यह भी एक दिलचस्प तथ्य है कि 2008 बीजिंग ओलंपिक में जब
उन्होंने कांस्य पदक जीता था तो उसके बाद उन्हें संन्यास लेने की सलाह दी गई थी। 
 
लंदन ओलंपिक के रजत पदक विजेता पहलवान सुशील ने पत्रकार दिग्विजय सिंह देव और अमित बोस द्वारा लिखी गई किताब 'माई ओलंपिक जर्नी' में यह बात कही है। सुशील कंधे की चोट के कारण गत वर्ष विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा नहीं ले पाए थे, जहां महाराष्ट्र के पहलवान नरसिंह यादव ने 74 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीतकर रियो ओलंपिक के लिए कोटा हासिल किया था।
 
सुशील ने नरसिंह के साथ ट्रॉयल कराने की मांग की थी लेकिन कुश्ती महासंघ ने उनकी मांग को खारिज कर दिया था। सुशील फिर अपनी मांग को लेकर दिल्ली उच्च न्यायालय भी गए लेकिन अदालत ने उनकी याचिका खारिज कर दी। इस विवाद के बाद अब इस किताब में यह दिलचस्प खुलासा हुआ है कि सुशील को बीजिंग के बाद संन्यास लेने की सलाह दी गई थी। 
 
ओलंपिक पदक विजेता पहलवान ने किताब में कहा कि मैं बीजिंग ओलंपिक के बाद वापस भारत आ गया और मेरे समर्थकों ने शीर्ष पर रहते हुए संन्यास लेने की सलाह दी। मैं दुविधा में पड़ गया। इतने वर्षों के बाद मुझे आखिरकार महसूस हुआ कि ओलंपिक पदकधारी होने का क्या मतलब है और उस लक्ष्य को हासिल करने के लिए किस चीज की जरूरत होती है।
 
सुशील ने किताब में कहा कि उन्होंने बीजिंग ओलंपिक के बाद संन्यास लेने के सुझावों के बावजूद खेलना जारी रखा, क्योंकि उन्हें पता था कि यह 'शुरुआत है, अंत नहीं'। आखिरकार 4 साल बाद 2012 लंदन ओलंपिक में वे अपने पदक का रंग बदलने में सफल रहे और 2 ओलंपिक में व्यक्तिगत पदक जीतने वाले एकमात्र भारतीय बने।
 
33 वर्षीय पहलवान ने कहा कि ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने के बाद ही मैंने कुश्ती की बारीकियों पर पकड़ बनाई, जैसे कि किस तरह प्रतिद्वंद्वी को पकड़ना है, अलग-अलग फाइट में विभिन्न तरह की तकनीक और रणनीतियां। यह शुरुआत है, अंत नहीं। सुशील बेशक रियो ओलंपिक में नहीं उतर पाएंगे लेकिन उनका अभी संन्यास लेने का कोई इरादा नहीं है।
 
सुशील ने बीजिंग और लंदन ओलंपिक के बीच 2010 की मॉस्को विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था। उन्होंने 2014 में हुए ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों में भी स्वर्ण पदक जीता। उन्हें शनिवार को भारतीय स्कूल खेल महासंघ के चुनावों में नया अध्यक्ष चुना गया। (वार्ता)
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