मैरीकॉम नहीं बनेंगी पेशेवर मुक्केबाज
कोलकाता। ओलंपिक कांस्य पदक विजेता मुक्केबाज विजेंदर सिंह भले ही पेशेवर बन गए हों लेकिन दिग्गज भारतीय महिला मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम ने रविवार को कहा कि वे पेशेवर नहीं बन रहीं और रियो ओलंपिक 2016 के बाद संन्यास लेकर वे अपनी अकादमी पर ध्यान लगाएंगी।
ओलंपिक कांस्य पदक विजेता मुक्केबाज मैरीकॉम ने रविवार को यहां कहा कि जहां तक मेरा सवाल है, मैं पेशेवर नहीं बन रही। मैं पहले ही घोषणा कर चुकी हूं कि यह मेरा आखिरी ओलंपिक (रियो 2016) होगा और इसके बाद मैं संन्यास ले लूंगी। इस 32 वर्षीय मुक्केबाज ने कहा कि वे 2016 में संन्यास लेने से पहले भारत के लिए एक और पदक जीतना चाहती हैं।
मैरीकॉम ने कहा कि मैं एक और पदक जीतकर देश का गौरव बढ़ाना चाहती हूं। रियो ओलंपिक के लिए मेरी तैयारी काफी अच्छी है। ओलंपिक के बाद मैं बच्चों की ट्रेनिंग पर ध्यान दूंगी और अपनी अकादमी पर ध्यान दूंगी। मैं चाहती हूं कि भारत मुक्केबाजी में और पदक जीते और यही कारण है कि मेरा लक्ष्य अपनी अकादमी में युवाओं को ट्रेनिंग देना है।
विजेंदर के फैसले पर मैरीकॉम ने कहा कि यह बेहतर होगा कि आप उनसे पूछे (पेशेवर बनने पर)। मैं इस पर प्रतिक्रिया नहीं देना चाहती। यह निजी फैसला है। (भाषा)