Last Modified: नई दिल्ली ,
मंगलवार, 15 मई 2012 (01:03 IST)
विश्वकप के लिए अपनी तैयारियों को परखा : सैनी
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जूनियर पुरुष एशिया कप हॉकी टूर्नामेंट में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम के कोच बलजीत सिंह सैनी ने स्वदेश लौटने पर कहा कि उन्होंने इस टूर्नामेंट से अपनी टीम की तैयारियों को परखा।
सैनी ने कहा अगले वर्ष अपनी मेजबानी में होने वाले जूनियर विश्वकप के लिए हमने इस टूर्नामेंट के जरिए अपने मजबूत पक्ष और कमजोरियों का पता लगाया। भारत इस टूर्नामेंट का गत दो बार का चैम्पियन था लेकिन इस बार उसे कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।
भारत ने दक्षिण कोरिया को गोल्डन गोल के जरिए 2-1 से हराकर कांस्य पदक जीता। टीम सोमवार रात स्वदेश लौटी। टीम के साथ सीनियर टीम के कोच माइकल नोब्स और एक्सरसाइज फिजियोलाजिस्ट डेविड जॉन भी थे।
सैनी ने कहा हम अब जान और नोब्स से भी सलाह लेंगे, जिन्होंने मलेशिया के खिलाफ सेमीफाइनल और कोरिया के खिलाफ कांस्य पदक मैच देखा था। हमारा अब पुणे में शिविर शुरू होगा और हमारी कोशिश रहेगी कि जॉन तथा नोब्स से 'टिप्स' लेकर इन खिलाड़ियों के प्रदर्शन में सुधार लाया जाए।
नोब्स ने भी टीम के प्रदर्शन पर अपने विचार व्यक्त किए। सीनियर टीम के कोच हालांकि इससे पहले लंदन में चार देशों के ओलंपिक टेस्ट इवेंट में भारत का निराशाजनक प्रदर्शन देख चुके थे।
उन्होंने कहा मैंने जूनियर टीम के दो मैच देखे और कुछ प्वांइट लिए हैं जिन पर हम बाद जूनियर टीम के कोच के साथ विचार विमर्श करेंगे। फिलहाल हमारा ध्यान ओलिम्पिक पर लगा हुआ है। नोब्स ने कहा दस दिन बाद अजलन शाह कप का आयोजन होना है और ओलिम्पिक से पहले हमारा ध्यान इस टूर्नामेंट में बेहतर प्रदर्शन करने पर लगा हुआ है। इसमें ब्रिटेन की टीम भी आएगी जिससे हम हाल में लंदन में खेले थे। अजलन शाह में भारत के अलावा न्यूजीलैंड, कोरिया, ब्रिटेन, मलेशिया, अर्जेंटीना और पाकिस्तान की टीमें रहेंगी।
ब्लू टर्फ की चिंता को दरकिनार करते हुए नोब्स ने कहा टीम का ब्लू टर्फ के साथ यह पहला अनुभव था लेकिन टीम अजलान शाह में नए आत्मविश्वास के साथ उतरेगी। (वार्ता)