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Written By भाषा
Last Modified: कार्डिफ , बुधवार, 27 अगस्त 2014 (23:13 IST)

सुरेश रैना के शतक से भारत ने चखा जीत का स्वाद

सुरेश रैना के शतक से भारत ने चखा जीत का स्वाद -
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कार्डिफ। 'मैन ऑफ द मैच' सुरेश रैना के आक्रामक और आकर्षक शतक से मिले ‘टॉनिक’ के दम पर भारत ने आज यहां टेस्ट श्रृंखला का दर्द भुलाकर रविंद्र जडेजा की अगुवाई में जबर्दस्त गेंदबाजी का नजारा पेश किया और इंग्लैंड पर दूसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में डकवर्थ-लुईस पद्वति से 133 रन की बड़ी जीत दर्ज करके पांच मैचों की श्रृंखला में शुरुआती बढ़त बनाई।

रोहित शर्मा (52) और अजिंक्य रहाणे (41) ने भारत को शुरुआती झटकों से उबारा, जिसके बाद रैना ने 75 गेंदों पर 12 चौकों और तीन छक्कों की मदद से 100 रन बनाए जो पिछले साढ़े चार साल में उनका पहला और एकदिवसीय मैचों में कुल चौथा शतक है।

उन्होंने कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (52) के साथ पांचवें विकेट के लिए 144 रन की साझेदारी की, जिससे भारत छह विकेट पर 304 रन बनाने में सफल रहा। इनमें से 133 रन आखिरी 13 ओवरों में बने। इंग्लैंड की पारी शुरू होने से पहले ही बारिश आ गई, जिससे उसे 47 ओवर में 295 रन बनाने का लक्ष्य मिला लेकिन भारत के तेज और स्पिन मिश्रित आक्रमण के सामने उसके बल्लेबाजों ने आसानी से घुटने टेक दिए। इंग्लैंड की पूरी टीम 38 .1 ओवर में 161 रन पर ढेर हो गई।

अपना पहला वनडे खेल रहे एलेक्स हेल्स ने सर्वाधिक 40 रन बनाए। इन दोनों टीमों के बीच पहला एकदिवसीय मैच बारिश के कारण रद्द कर दिया गया था। बाएं हाथ के स्पिनर जडेजा ने गेंदबाजी में कमाल दिखाया और सात ओवर में 28 रन देकर चार विकेट लिए। मोहम्मद शमी ने 32 रन और रविचंद्रन अश्विन ने 38 रन देकर दो-दो विकेट लिए। भुवनेश्वर मार और रैना को एक-एक विकेट मिला।

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शमी ने इसी ओवर की आखिरी गेंद पर नए बल्लेबाज इयान बेल (1) की गिल्लियां बिखेरी। भुवनेश्वर ने जो रूट (4) को ज्यादा देर तक नहीं टिकने दिया जिससे स्कोर तीन विकेट पर 63 रन हो गया। धोनी ने जल्द ही अपने दोनों स्पिनरों जडेजा और अश्विन को गेंद थमा दी, जिन्होंने इंग्लैंड के बल्लेबाजों की स्पिन के सामने कमजोरी का पूरा फायदा उठाया।
जडेजा ने हेल्स को अश्विन के हाथों कैच कराया और फिर जोस बटलर (4) को भी पैवेलियन भेजा। अब इयॉन मोर्गन (28) पर दारोमदार था लेकिन विकेट गिरने के कारण उन पर दबाव आ गया। रैना अपनी ही गेंद पर उनका कैच नहीं लपक पाए लेकिन अश्विन ने अगले ओवर में उन्हें स्वीप करने की सजा दी और शमी ने डीप मिडविकेट पर आसान कैच लपका। आज भारतीय टीम का क्षेत्ररक्षण भी अच्छा रहा। उन्होंने कई रन बचाए। रहाणे का बेन स्टोक्स (23) का सीमा रेखा पर लिया गया कैच दर्शनीय था।

इससे पहले टॉस गंवाने के बाद पहले बल्लेबाजी के लिए उतरे भारत की शुरूआत अच्छी नहीं रही। शिखर धवन (11) और विराट कोहली (0) दोनों की खराब फॉर्म जारी रही जिससे भारत का स्कोर आठवें ओवर में दो विकेट पर 19 रन हो गया।

क्रिस वोक्स (42 रन देकर चार विकेट) ने इन दोनों को चार गेंद के अंदर पैवेलियन भेजा। पारी के आठवें ओवर में वोक्स की फुललेंथ गेंद को ड्राइव करने के प्रयास में धवन ने विकेटकीपर बटलर को कैच थमाया। कोहली ने फिर निराश किया। उन्होंने करारा कवर ड्राइव जमाने के प्रयास में मिडऑफ पर कुक को कैच दिया।

रैना और धोनी ने बल्लेबाजी पावर-प्ले का अच्छा फायदा उठाया, जिसमें भारत ने 62 रन जोड़े। धोनी ने रैना को खुलकर खेलने की आजादी दी और बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने अपने कप्तान के आदेश का पूरा पालन करते हुए रन गति को पंख लगा दिए। भारत ने 37 ओवर तक चार विकेट पर 171 रन बनाए थे लेकिन इसके बाद कहानी बदल गई।

रैना ने वोक्स पर लाफ्टेड ड्राइव से छक्का जड़कर शुरुआत की और इसी ओवर में गेंद लांग आन पर छह रन के लिए भेजी। एंडरसन ने जब फिर से गेंद संभाली तो रैना ने लगातार तीन चौके जमाकर इस तेज गेंदबाज का हौव्वा खत्म किया। एंडरसन ने दस ओवर में 57 रन दिए और उन्हें कोई विकेट नहीं मिला। रैना ने उनकी 12 गेंदों पर 25 रन बनाए। रैना ने अपना तीसरा छक्का ट्रेडवेल पर जमाया। वह बेन स्टोक्स पर लगातार दो चौके लगाकर 90 रन के पार पहुंचे।

उन्होंने क्रिस जोर्डन की फुललेंथ गेंद को फ्लिक करके इंग्लैंड के खिलाफ अपना पहला शतक पूरा किया। रैना हालांकि वोक्स के अगले ओवर में फुललेंथ गेंद पर डीप कवर में कैच देकर आउट हो गए। इस बीच रैना और धोनी ने वनडे में पांचवें विकेट के लिए 2000 से अधिक रन जुटाने का नया रिकॉर्ड बनाया।

धोनी ने 49 गेंदों पर अपना 55वां अर्धशतक पूरा किया। इसके तुरंत बाद वोक्स ने उनकी गिल्लियां बिखेर दी। भारतीय कप्तान ने 51 गेंद खेली तथा छह चौके लगाए। जडेजा (नाबाद 9) और अश्विन (नाबाद 10) ने स्कोर 300 रन के पार पहुंचाया। (भाषा)