Sawan 4th Last Somwar 2022 Date: आज सावन माह का सोमवार है। इस दिन एकादशी, रवि योग, इन्द्र योग, वैधृति योग, मंगल, शनि और गुरु का शुभ योग और अभिजीत मुहूर्त का शुभ योग बन रहा है। यह शुभ अवसार हाथ से न जाने दें और आजम लें बहुत ही सरल उपाय।
1. शिवजी की कृपा प्राप्त करने के लिए करें ये कार्य : सबसे पहले व्रत करने का संकल्प लें। फिर सावन के अंतिम सोमवार को प्रात:काल या प्रदोष काल (सूर्यास्त के समय) में गंगाजल या गंगाजल मिला पानी का एक लोटा लें और घर से बगैर जूते-चप्पल पहनें शिव मंदिर ॐ नम: शिवाय का जप करते हुए पैदल जाएं। मंदिर जाकर शिवजी पर जल अर्पित करें और भगवान शिव साष्टांग प्रणाम करें। महिला हैं तो साष्टांग प्रणाम न करते हुए नमस्कार करें। इसके बाद वहीं पर खड़े होकर 108 बार शिवजी के मंत्र का जप करें। वहीं पर शिवजी का पंचामृत अभिषक करें और षोडषोपचार पूजन करें।
ध्यान रखें कि व्रत वाले दिन दिन में फल ग्रहण करें और रात्रि को जल या ज्यूस ग्रहण करें। इसके साथ ही शिवजी की तीन बार पूजा करें। प्रात:, संध्या और रात्रि। तीनों बार शिवजी के मंत्र का 108 बार जप करें। अगले दिन मंगलवार को पहले दान करें और फिर व्रत की समाप्ति करें। आपकी जो भी मनोकामना होगी वह पूर्ण हो जाएगी।
2. धन और ऐश्वर्य की प्राप्ति के लिए : अंतिम सोमवार को रात्रि के 9 से 10 बजे के बीच किसी ऐसे शिव मंदिर जाएं जहां बहुत कम लोग जाते हैं। वहां जाकर घी का एक दीपक प्रज्वलित करें, जो देर तक जलता रहे। इसके बाद दूसरे दिन शिवजी का गन्ने के रस से अभिषेक करें।
3. संकटों से मुक्ति के लिए : अंतिम सोमवार को शिवजी का किसी पंडित या ज्योतिष से पूछकर काले तिल में गंगाजल मिलाकर अभिषेक करें। ऐसा करने से संकट और कष्टों से मुक्ति मिल जाएगी।
4. कर्ज से मुक्ति के लिए : अंतिम सोमवार के दिन शिवलिंग पर अखंडित अक्षत अर्पित करें और उनसे कर्ज से मुक्ति की कामना करें। इसके बाद 108 बार शिव मंत्र का जप करें।
5. चावल के 4 दाने: सावन सोमवार के अगर आप भगवान शिव को चावल के मात्र 4 दाने भी पूरे मनोभाव से अर्पित करेंगे तो वे प्रसन्न होकर वरदान देते हैं।
6. आंकड़ा : सावन में एक आंकड़ा, एक धतूरा, एक बेर, एक संतरा भी शिव जी प्रसन्न कर सकता है।
7. गन्ने का रस : सोमवार के दिन यदि 'ॐ नम: शिवाय' मंत्र जाप करते हुए दूध, दही, शकर, घी, शहद, गन्न का रस आदि श्रद्धानुसार अर्पित करके शिव जी से मनचाहा वरदान पाया जा सकता है।
8. जलाभिषेक : भोलेनाथ मात्र एक कलश शीतल जलधारा से प्रसन्न हो जाते हैं।
9. बिल्वपत्र : यदि शिव जी संपूर्ण भाव से एक बिल्वपत्र भी चढ़ाया जाए तो मनचाहा वरदान मिलता है।