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Last Updated : मंगलवार, 10 अगस्त 2021 (18:40 IST)

सेंसेक्स में 152 अंक की रिकॉर्ड तेजी, hdfc व bharti airtel में तेजी से चढ़ा बाजार

सेंसेक्स में 152 अंक की रिकॉर्ड तेजी, एचडीएफसी व भारती एयरटेल में तेजी से चढ़ा बाजार | BSE
प्रमुख बिंदु
  • सेंसेक्स में 152 अंक की रिकॉर्ड तेजी
  • एचडीएफसी व भारती एयरटेल में तेजी से चढ़ा बाजार
  • ब्रेंट क्रूड भी मजबूत हुआ
मुंबई। बंबई शेयर बाजार (बीएसई) सेंसेक्स मंगलवार को 152 अंक की बढ़त के साथ रिकॉर्ड ऊंचाई पर बंद हुआ। वैश्विक स्तर पर सकारात्मक रुख के बीच सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाले एचडीएफसी, भारती एयरटेल और इन्फोसिस में तेजी के साथ बाजार में मजबूती आई। 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 151.81 अंक यानी 0.28 प्रतिशत की बढ़त के साथ रिकॉर्ड 54,554.66 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 21.85 अंक यानी 0.13 प्रतिशत की तेजी के साथ 16,280.10 अंक पर बंद हुआ।

 
सेंसेक्स के शेयरों में करीब 4 प्रतिशत की तेजी के साथ भारती एयरटेल सर्वाधिक लाभ वाला शेयर रहा। इसके अलावा टेक महिंद्रा, एचडीएफसी, कोटक बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा और एचसीएल टेक में प्रमुख रूप से तेजी रही। दूसरी तरफ गिरावट वाले शेयरों में टाटा स्टील, एनटीपीसी, आईटीसी और पॉवर ग्रिड शामिल हैं। रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीति प्रमुख विनोद मोदी के अनुसार घरेलू शेयर बाजारों में मंगलवार को जोरदार उतार-चढ़ाव रहा। एनएसई निफ्टी रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद तेजी से नीचे आया। मुख्य रूप से धातु, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और रियल्टी शेयरों में बिकवाली दबाव से इसमें गिरावट आई।

 
उन्होंने कहा कि हालांकि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को छोड़कर अन्य वित्तीय शेयरों से बाजार को समर्थन मिला और बड़ी गिरावट पर लगाम लगा। बाजार में अधिक उतार-चढ़ाव को देखते हुए निवेशकों ने आईटी कंपनियों जैसे शेयरों को तरजीह दी। एलकेपी सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख एस. रंगनाथन ने कहा कि धातु कंपनियों के शेयरों के साथ कई महीनों की तेजी के बाद छोटी कंपनियों (स्मॉल कैप इंडेक्स) के शेयरों की बिकवाली से बाजार नीचे आया।
 
उन्होंने कहा कि मझोली कंपनियों के सूचकांक (मिड कैप इंडेक्स) और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में भी निवेशकों ने मुनाफावसूली की। सूचकांक जिस स्तर पर बंद हुआ, वह वास्तव में बाजार में धारणा को प्रतिबिंबित नहीं करता। धारणा काफी कमजोर थी। जियोजीत फानेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर के अनुसार वैश्विक बाजारों में बिकवाली दबाव से घरेलू बाजार में शुरुआती बढ़त कायम नहीं रही और उतार-चढ़ाव आया।

 
उन्होंने कहा कि फेडरल रिजर्व के बॉण्ड खरीद कार्यक्रम के पहले वापस लेने की आशंका और अमेरिका के सीपीआई (उपभोक्ता मूल्य सूचकांक) आधारित मुद्रास्फीति का आंकड़ा इस सप्ताह जारी होने से पहले वैश्विक बाजार पर असर पड़ा। एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई, हांगकांग और टोकियो लाभ में रहे जबकि सियोल नुकसान में रहा। यूरोप के प्रमुख बाजारों में मध्याह्न कारोबार में तेजी का रुख रहा। इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.03 प्रतिशत मजबूत होकर 69.75 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपए की विनिमय दर 17 पैसे लुढ़ककर 74.43 पर बंद हुई।(भाषा)
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